Thane Ring Metro Update: करीब 12,200 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली ठाणे रिंग मेट्रो 29 किमी लंबी होगी और ठाणे के सबसे व्यस्त इलाकों जैसे ठाणे जंक्शन, वागले एस्टेट, कपूरबाड़ी, बालकुम और मानपाड़ा से गुजरेगी।
मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) में मेट्रो नेटवर्क का तेजी से विस्तार किया जा रहा है। इसी कड़ी में ठाणे शहर के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। करीब 12 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली ठाणे रिंग मेट्रो 29 किमी लंबी होगी और ठाणे के सबसे व्यस्त इलाकों ठाणे जंक्शन, वागले एस्टेट, कपूरबाड़ी, बालकुम और मानपाड़ा से गुजरेगी। इसके बनने से शहर में ट्रैफिक कम होगा और सफर पहले से कहीं ज्यादा आसान और तेज हो सकेगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ठाणे में रिंग मेट्रो परियोजना (Thane Internal Circular Metro) पर काम तेज हो गया है। महामेट्रो ने इस प्रोजेक्ट के लिए 223.70 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया है। इस टेंडर के तहत डॉ. काशीनाथ घाणेकर नाट्यगृह, मानपाड़ा, डोंगरीपाड़ा, विजय नगरी, वाघबील और वॉटरफ्रंट जैसे इलाकों में एलिवेटेड मेट्रो स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा।
ठाणे की यह रिंग मेट्रो लाइन कुल 29 किलोमीटर लंबी होगी और इस पर 22 मेट्रो स्टेशन प्रस्तावित हैं। परियोजना के पहले चरण में 6 किमी लंबे हिस्से पर 6 स्टेशनों का काम पूरा किया जाएगा। पूरे कॉरिडोर में से करीब 26 किलोमीटर का मार्ग एलिवेटेड होगा, जबकि ठाणे रेलवे स्टेशन के पास दो स्टेशन भूमिगत बनाए जाएंगे। इससे मुंबई लोकल ट्रेन और मेट्रो के बीच इंटरचेंज और ज्यादा सुगम हो जाएगा।
ठाणे रिंग मेट्रो के शुरू होने से वागले इस्टेट, घोड़बंदर रोड, कोलशेत, साकेत जैसे ठाणे के अहम इलाकों को सीधी मेट्रो कनेक्टिविटी मिलेगी। इससे रोजाना सफर करने वाले लाखों नागरिकों का समय बचेगा और सड़क पर वाहनों का दबाव भी कम होगा।
इसके अलावा ठाणे रिंग मेट्रो को मुंबई मेट्रो लाइन-4 और मेट्रो लाइन-5 से जोड़ा जाएगा। इसके चलते ठाणे से मुंबई और ठाणे से भिवंडी, कल्याण तक मेट्रो के जरिए यात्रा संभव हो सकेगी। यह उपनगरों में सफर करने वाले यात्रियों के लिए यह एक बड़ी राहत मानी जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, ठाणे रिंग मेट्रो रूट से रोजाना 8 लाख से ज्यादा यात्रियों के सफर करने की संभावना है। राज्य और केंद्र सरकार की संयुक्त भागीदारी से बनने वाला यह प्रोजेक्ट करीब 12,200 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया जाएगा।
माना जा रहा है कि यह परियोजना ठाणे की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को नई दिशा देगी और शहर की ट्रैफिक समस्या को काफी हद तक कम करने में मददगार साबित होगी।