Rajasthan Crime News: डीडवाना जिले की लाडनूं थाना पुलिस ने हनी ट्रेप व ऑडियो-वीडियो वायरल करने के मामले में एक महिला को गिरफ्तार किया है।
Rajasthan Crime News: डीडवाना जिले की लाडनूं थाना पुलिस ने हनी ट्रेप व ऑडियो-वीडियो वायरल करने के मामले में एक महिला को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार पार्षद हाजी सत्तार खां ने थाने में एक महिला की ओर से उसे बातों में बहला फुसलाकर ब्लैकमेल करने का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने इस संबंध में कार्रवाई करते हुए महिला तस्लिम बानो (38) को गिरफ्तार किया है।
थानाधिकारी महिराम विश्नोई ने बताया कि हाजी सतार खां ने रिपोर्ट देकर बताया कि तस्लिम बानो उसके पास किराए पर मकान लेने आई थी। इस दौरान उनके बीच मोबाइल नंबरों का आदान-प्रदान हुआ था। बाद में महिला ने उससे फोन पर बातें करना शुरू किया और उसे हनी ट्रेप में फंसा लिया। उसके वीडियो व ऑडियो रिकॉर्ड कर लिए।
बाद में उनको वायरल करने की धमकी देकर रुपए मांगने लगी। उसने डर के मारे महिला को नकद रुपए दिए और किराना व सब्जी के सामान का भुगतान किया। महिला ने उससे कुल 1 लाख 12 रुपए ऐंठ लिए। बाद में प्रकरण दर्ज करवाने की धमकी देकर 20 लाख रुपए और मांग कर रही है। पुलिस आरोपी महिला के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया है। प्रकरण में शामिल अन्य आरोपियों के संबंध में पूछताछ जारी है।
उधर, पार्षद और तलाकशुदा महिला के बीच हुई बातचीत के ऑडियो वायरल होने के बाद महिला ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष पेश होकर शहरिया बास निवासी पार्षद हाजी सत्तार खान के खिलाफ फोन पर अश्लील बातें करने व ब्लैकमेल कर जबरन संबंध बनाने का मामला दर्ज करने की गुहार लगाई।
महिला ने एसपी को बताया कि आरोपी ने फोन पर उससे सपर्क किया। उसने पहले तो घर परिवार की बातें की बाद में अश्लील बातें करने लगा। संबंध बनाने की बात कहकर रुपयों का लालच देने लगा। और घर खर्च उठाने की जिमेदारी लेने की पेशकश की। वह पिछले दो माह से उसके साथ फोन पर इसी तरह की बातें कर रहा था।
अब उसे ऑडियो रिकॉर्डिंग वायरल करने की धमकी दे रहा है। इच्छा पूरी नहीं होने पर उसने ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। महिला ने एसपी को बताया कि उसका पति के साथ तलाक का मामला न्यायालय में लंबित है। वह अपने बच्चों के साथ अकेली रहती है। इसी का वह फायदा उठाना चाहता था। इस संबंध में उसने स्थानीय पुलिस थाने रिपोर्ट दी, लेकिन आरोपी को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने से पुलिस ने उसकी सुनवाई नहीं कर रही।