Example Of Unique Friendship: ग्राम खिंयाला के असावा परिवार ने तीन पीढ़ियों से चली आ रही दोस्ती और पड़ोसी की कमजोर आर्थिक स्थिति को देखते हुए अपना पैतृक मकान गोपाल रतावा को भेंट कर गृह प्रवेश करवाया।
Nagaur News: सामाजिक सरोकार और अपनापन की मिसाल पेश करते ग्राम खिंयाला के एक परिवार ने अपना पैतृक आवास पड़ोसी को भेंट किया। नागौर के खिंयाला निवासी बंशीलाल असावा के पुत्र द्वारकाप्रसाद असावा, पौत्र पवन व प्रपौत्र आयुष व्यवसाय के सिलसिले में वर्तमान में मुंबई में रहते हैं।
उन्होंने खिंयाला स्थित अपना मकान को गोपाल रतावा को भेंट स्वरूप समर्पित कर दिया। दोनों के परिवारों के बीच तीन पीढ़ियों से आपसी है। असावा परिवार ने अपने पड़ोसी की कमजोर आर्थिक स्थिति को देखते हुए अपना पैतृक मकान उन्हें भेंट कर विधिवत रूप से गृह प्रवेश करवाया।
जबकि दूसरे लोग इस मकान का 11-12 लाख रुपए देने को तैयार थे, लेकिन उन्होंने अपने पड़ोसी व तीन पीढ़ियों की दोस्ती को अहमियत दी। इस भावनात्मक निर्णय को ग्रामीणों ने सेवा, स्नेह और रिश्ते निभाने की परंपरा को आगे बढ़ाने वाला बताया।
इस दौरान द्वारकाप्रसाद असावा के बड़े भाई बजरंगतलाल असावा और छोटे भाई जुगलकिशोर असावा सहित परिवारजन उपस्थित रहे।
जन प्रतिनिधि बेनिगोपाल रतावा की उपस्थिति में भेंट प्रक्रिया पूर्ण की गई। इस दौरान गांव के कई लोग मौजूद रहे।