सिद्धारमैया ने मंगलवार को अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर शहर के सभी गड्ढों को भरने का निर्देश दिया। इसके लिए उन्होंने 31 अक्टूबर तक की समय सीमा तय की गई है।
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में सड़कें जल्द ही गड्ढे मुक्त होगी। इसको लेकर सीएम सिद्धारमैया ने शहर के सभी गड्ढों को भरने के निर्देश जारी कर दिए है और पांचों निगमों की सीमाओं में मरम्मत के लिए 31 अक्टूबर की समय सीमा भी तय कर दी। सीएम ने मंगलवार को प्रदेश में इस मुद्दे पर छिड़ी बहस के बीच सभी गड्ढों को भरने का अल्टीमेटम दिया है।
इसके लेकर डिप्टी डीके शिवकुमार ने सीएम सिद्धारमैया के साथ अपडेट शेयर किया है, जिसमें सरकार की नागरिक-अनुकूल रिपोर्टिंग प्रणाली और सड़क मरम्मत की प्रगति पर प्रकाश डाला गया।
उन्होंने कहा- क्या कोई और सरकार है जो नागरिकों को गड्ढों या कचरे की तस्वीरें लेने और उन्हें कार्रवाई के लिए अधिकारियों को भेजने की अनुमति देती है? केवल मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के नेतृत्व में ही हमने ऐसी प्रणाली लागू की है। डिप्टी सीएम ने कहा- 10,000 से अधिक गड्ढे पहले ही भरे जा चुके हैं, जबकि पिछली भाजपा सरकार के दौरान 20,000 गड्ढे बंद किए गए थे।
बता दें कि डिप्टी सीएम ने पहले आश्वासन दिया था कि ग्रेटर बेंगलुरु अथॉरिटी (जीबीए) सड़क मरम्मत को प्राथमिकता दे रही है। बीजेपी पर निशाना साधते हुए शिवकुमार ने कहा कि विपक्ष ने तो 113 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर और शहर में सुरंग बनाने की परियोजना के सरकार के फैसले की भी आलोचना की थी।
सीएम सिद्धारमैया ने कहा- मैं ग्रेटर बेंगलुरु अथॉरिटी के मुख्य आयुक्त महेश्वर राव और शहरी विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव तुषार गिरिनाथ सहित अधिकारियों से बात कर रहा था और एक हफ्ते के भीतर गड्ढे भरने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा- बारिश के कारण गड्ढों को भरने में देरी हुई है, यही समस्या है। इस साल अधिक बारिश हुई है। शहर के विभिन्न हिस्सों में चल रहे सड़क बनाने के काम का ज़िक्र करते हुए कहा कि इससे गड्ढों की समस्या कम करने में मदद मिलेगी, क्योंकि सड़कें 25-30 साल तक चल सकती हैं।