Rain Alert: समय पूर्व आए मानसून के कारण जून महीने में देश में सात फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है, जो पिछले चार वर्ष में सबसे ज्यादा है। राजस्थान में सामान्य से 136 तो मध्यप्रदेश में 42 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई।
Monsoon Updates: इस बार आठ दिन पहले आए दक्षिण-पश्चिम मानसून ने रविवार को 9 दिन पहले ही पूरे देश को कवर कर लिया। पूरे देश में मानसून छाने की सामान्य तारीख 8 जुलाई है। समय पूर्व आए मानसून के कारण जून महीने में देश में सात फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है, जो पिछले चार वर्ष में सबसे ज्यादा है। मानसून की मेहर से किसानों को भी फायदा हुआ है। इस बार पिछले वर्ष की तुलना में खरीफ की बुवाई 13 लाख हेक्टेयर बढ़ गई है। हालांकि कई हिस्सों में वर्षा अभी सामान्य से कम है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों के मुताबिक जून में राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश और गुजरात सहित 11 राज्यों में सामान्य से अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई है। लद्दाख में सामान्य से 305 फीसदी, जबकि राजस्थान में सामान्य से 136 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल सहित 12 राज्यों में सामान्य बारिश दर्ज की गई है। जबकि राजधानी दिल्ली, छत्तीसगढ़, बिहार, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना सहित पूर्वी और पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों को अच्छी बारिश का इंतजार है।
आईएमडी के मुताबिक पूर्व, पश्चिम और मध्य भारत में बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से तीन मौसमी प्रणालियां मानसून की गतिविधियों को आगे बढ़ा रही हैं। इससे अगले दो हफ्तों में राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल सहित मध्य और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है।
देश में समय पूर्व मानसून के आगमन से इस बार खरीफ की फसल बुवाई का रकबा भी बढ़ गया। 20 जून तक देश में 137.84 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ की बुवाई हो चुकी है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 13 लाख हेक्टेयर ज्यादा है। पिछले वर्ष इस समयावधि में 124.88 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हुई थी। धान की बुवाई भी 58 फीसदी बढ़कर 13.22 लाख हेक्टेयर हो गई है।
2015 : -16 प्रतिशत
2016 : -11 प्रतिशत
2017 : -04 प्रतिशत
2018 : -05 प्रतिशत
2019 : -33 प्रतिशत
2020 : 18 प्रतिशत
2021 : 08 प्रतिशत
2022 : -08 प्रतिशत
2023 : -10 प्रतिशत
2024 : -11 प्रतिशत
(2020 और 2021 में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई)
भारी बारिश के चलते यमुनोत्री हाईवे सहित कई रास्ते बंद होने से श्रद्धालु फंसे हुए हैं। यमुनोत्री धाम की ओर जानकीचट्टी, फूलचट्टी, खरसाली, राना चट्टी, स्याना चट्टी क्षेत्र में करीब एक हजार से अधिक श्रद्धालु फंसे हुए हैं। भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए रविवार को चार धाम यात्रा अगले 24 घंटे के लिए स्थगित कर दी गई। हरिद्वार, ऋषिकेश, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग और सोनप्रयाग में तीर्थयात्रियों को रोकने के निर्देश दिए गए हैं।
यमुनोत्री हाईवे पर पालीगाड़ ओजरी डाबरकोट के बीच सिलाई बैंड के पास बादल फटने से एक होटल निर्माण में लगे 8 से 10 मजदूर लापता बताए गए हैं। मजदूरों की तलाश में प्रशासन की टीम और एसडीआरएफ ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है।