Humayun Kabir Controversy: बीजेपी वेस्ट बंगाल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर एक ऐसा फोटो साझा किया, जिससे इंटरनेट का पारा देखते ही देखते हाई हो गया। ऐसे में सवाल ये है कि आखिर क्या है इस फोटो में… आइए जानते हैं।
Humayun Kabir-Mamata Banerjee Photo Controversy: टीएमसी के निलंबित विधायक हुमायूं कबीर पिछले कई दिनों से सुर्खियों में बने हुए हैं। इसकी वजह है- ‘बाबरी जैसा मस्जिद’ बनाने का दावा और शिलान्यास।
पिछले दिनों उन्होंने पश्चिम बंगाल सरकार और ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि ममता बनर्जी दरअसल आरएसएस के एजेंडे को मजबूत कर रही हैं। 2011 में जब ममता पहली बार मुख्यमंत्री बनी थीं, तब पूरे बंगाल में आरएसएस के 500 से भी कम स्वयंसेवक थे। लेकिन 14 साल बाद, उनकी ही सरकार के समय यह संख्या बढ़कर 12 हजार से ज्यादा हो गई है। अब साफ हो चुका है कि ममता बनर्जी असल में किसके लिए काम कर रही हैं।
मैं मस्जिद बना रहा हूं तो किसे परेशानी है? जब ममता सरकार ने सरकारी खजाने से 1,100 करोड़ की जमीन देकर जगन्नाथ मंदिर बनवाया, तब किसी ने सवाल नहीं उठाया। उन्होंने दावा किया कि अगर इसी तरह हालात चलते रहे तो 2026 के चुनाव में ममता बनर्जी की सत्ता में वापसी बेहद मुश्किल होगी।
इस बीच बीजेपी वेस्ट बंगाल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर एक ऐसा फोटो साझा किया, जिससे इंटरनेट का पारा हाई हो गया। फोटो में साफ देखा जा सकता है- हुमायूं कबीर और ममता बनर्जी नजर आ रहे हैं। हालांकि उनकी फोटो आधी-आधी एडिट की गई है। फोटो के टॉप पर लिखा है- ‘बोथ आर सेम’, वहीं कैप्शन में… “मालिक ने आदेश दिया और नौकर वोट बैंक को खुश करने के लिए उसका पालन कर रहा है!” इसी बात को लेकर बवाल मचा हुआ है।
फोटो को लेकर एक यूजर ने कमेंट में लिखा- “ अगर BJP सच में मानती है कि “दोनों एक जैसे हैं” और हुमायूं कबीर भी TMC-स्टाइल के तुष्टीकरण करने वाले हैं, तो BJP ने उन्हें 2019 में मुर्शिदाबाद से लोकसभा का टिकट क्यों दिया और उनके लिए दिन-रात कैंपेन क्यों किया?”
दूसरे ने लिखा- “अगर उसे सस्पेंड कर दिया गया था.. तो पुलिस फोर्स क्यों नहीं रोक रही है। सोचिए अगर बीजेपी नेता शांति जुलूस निकालते हैं और पुलिस उनका जुलूस रोक देती है तो पत्थर क्यों रखे जाते हैं और पुलिस मिनिस्टर इन जमावड़ों को क्यों नहीं रोक रहे हैं। यह ममता दीदी हैं जो इसका सपोर्ट कर रही हैं।”
एक और ने लिखा- “अब ममता बनर्जी बाकी 204 सीटों पर अपना हिंदुत्व सुरक्षित तरीके से खेलेंगी। वह दोनों तरफ के लोगों को सांप्रदायिक कहेंगी, खुद को बंगाल के अगले बंटवारे की रक्षक के तौर पर पेश करेंगी।”