इंडिगो संकट: DGCA ने इंडिगो के CEO को 'कारण बताओ नोटिस' जारी किया था, जिसका जवाब अब उन्होंने दिया है। इस पर लोगों का कहना है कि… सरकार को इन लोगों का टेंटुआ दबा देना चाहिए।
IndiGo Crisis: अपने गंतव्य स्थान तक जाने के लिए पिछले कई दिनों से लोग एयरपोर्ट पर इंतजार में बैठे हैं या फिर चक्कर काट रहे हैं। सुबह से शाम हो जा रही है, लेकिन फ्लाइट का कुछ पता नहीं चल पा रहा है। हेल्पलाइन नंबर पर कॉल लगा-लगा के लोग थक चुके हैं। टिकट काउंटर पर इंडिगो के स्टाफ से जवाब मांग रहे हैं। लेकिन इंडिगो के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। पानी जब सर से ऊपर निकल गया तब जाकर DGCA ने इंडिगो के CEO को कारण बताओ नोटिस' थमा दिया। लेकिन जब इसका जवाब इंडिगो के CEO की तरफ से आया, तो लोग आग बबूला हो गए।
इंडिगो के CEO ने 06.12.2025 को भेजे गए ‘कारण बताओ नोटिस’ का जवाब देते हुए यह लिखा- महोदय,
06.12.2025 को भेजे गए कारण बताओ नोटिस (SCN) के संबंध में यह पत्र है। यह नोटिस हमें इंडिगो के हाल ही में हुए ऑपरेशनल व्यवधानों को लेकर मिला है।
सबसे पहले, मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि 06.12.2025 को मिले SCN को हमने प्राप्त कर लिया है। नोटिस मिलने के 24 घंटे के अंदर हम अपना पक्ष प्रस्तुत कर रहे हैं।
सर, जैसा कि आप समझ सकते हैं, इंडिगो का नेटवर्क बहुत बड़ा है और कई एयरपोर्ट पर अलग-अलग वजहों से उड़ानों में रुकावट आई। ऐसे जटिल मामलों की विस्तृत जानकारी जुटाने में समय लगता है। इसलिए SCN का पूरा और विस्तृत जवाब देने के लिए हमें थोड़ा और समय चाहिए। इसी वजह से हम आपसे अनुरोध करते हैं कि कृपया हमें कल शाम 4 बजे तक (यानि 08.12.2025 तक) या आपकी सुविधा के अनुसार कोई अतिरिक्त समय दे दिया जाए। धन्यवाद।
इंडिगो के CEO का जवाब पर एक यूजर ने लिखा- ‘इंडिगो ने ‘कारण बताओ नोटिस’ का ये जवाब दिया?’, दूसरे ने गुस्से में लिखा- इन लोगों का टेंटुआ दबाना चाहिए सरकार को। सारी हेकड़ी निकल जाएगी।’
एक और ने सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा- ‘हमारी सरकार को जरा भी शर्म और आत्म-सम्मान नहीं है, वरना हमें एक एयरलाइन ने बंदर नहीं बनाया होता।’
बता दें DGCA ने इंडिगो के CEO को नोटिस जारी करते हुए उड़ान में देरी और रद्दीकरण पर 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा था।