मल्लिकार्जुन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर बीजेपी पर सामंती और जातिवादी मानसिकता को बढ़ावा देने और उसे उचित ठहराने का आरोप लगाया, जो हाशिए पर पड़े समुदायों के खिलाफ हिंसक और भेदभावपूर्ण कार्रवाइयों में प्रकट होती है।
Mallikarjun Kharge attacks BJP and RSS: देश में दलितों और आदिवासियों को खिलाफ बढ़ते अपराध को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर तीखा प्रहार किया है। खरगे ने इन दोनों पर सामंती मानसिकता को बढ़ावा देने और देश में बढ़ती जाति-आधारित हिंसा पर आंखें मूंद लेने का आरोप लगाया। 2013 से 2023 तक के एनसीआरबी आंकड़ों का हवाला देते हुए खड़गे ने कहा कि दलितों के खिलाफ अपराध 46% बढ़ गए हैं, जबकि इसी अवधि के दौरान आदिवासियों के खिलाफ अपराध 91% बढ़ गए हैं।
मल्लिकार्जुन ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर बीजेपी पर सामंती और जातिवादी मानसिकता को बढ़ावा देने और उसे उचित ठहराने का आरोप लगाया, जो हाशिए पर पड़े समुदायों के खिलाफ हिंसक और भेदभावपूर्ण कार्रवाइयों में प्रकट होती है। खड़गे ने जाति आधारित भेदभाव और हिंसा की हालिया घटनाओं को सूचीबद्ध किया, जिनमें उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में दलित व्यक्ति हरिओम वाल्मीकि की हत्या, भारत के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई पर हमला और हरियाणा के एक दलित आईपीएस अधिकारी की हाल की आत्महत्या शामिल है।
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने लिखा कि ये कोई अलग-थलग घटनाएं नहीं हैं। ये आरएसएस-भाजपा की सामंती मानसिकता का एक खतरनाक प्रकटीकरण हैं और संविधान, सामाजिक न्याय और समानता के सिद्धांतों पर सीधा हमला हैं। उन्होंने सत्तारूढ़ दल पर दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों, अल्पसंख्यकों और अन्य हाशिए के समूहों को दबाने के उद्देश्य से डराने-धमकाने की राजनीति करने का आरोप लगाया। खड़गे के अनुसार, ऐसी राजनीति भारत के लोकतांत्रिक ताने-बाने के लिए गंभीर खतरा है।
खड़गे ने कहा कि भारत संविधान द्वारा शासित होगा, किसी अतिवादी विचारधारा के आदेशों द्वारा नहीं। कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि जहां समाज के सबसे कमजोर वर्ग रोजाना अपमान और हिंसा से पीड़ित हैं, वहीं आप इन मुद्दों पर आंखें मूंदे हुए हैं और अपने ही तमाशों में मग्न हैं।