Lok Sabha Elections 2024 : लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल के अनुमान जारी होने के बाद राजनीतिक दल जहां अपने-अपने हिसाब से ग्राउंड फीड बैक लेने और राजनीतिक गुणा-भाग में जुटे हैं।
Lok Sabha Elections 2024 : लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल के अनुमान जारी होने के बाद राजनीतिक दल जहां अपने-अपने हिसाब से ग्राउंड फीड बैक लेने और राजनीतिक गुणा-भाग में जुटे हैं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करीब दो महीने के चुनाव प्रचार अभियान से मुक्त होकर सरकारी कामकाज में जुट गए हैं। पीएम मोदी ने रविवार को अवकाश के दिन भी ताबड़तोड़ सात सरकारी बैठकें की। शाम को उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मतगणना व चुनाव नतीजों के बाद की स्थिति पर चर्चा की।
मंगलवार काे मतगणना व वास्तविक परिणाम आने से तीन दिन पहले एग्जिट पोल अनुमानों में अपनी प्रचंड जीत दिखाने से भाजपा उत्साहित है। भाजपा का मानना है कि वास्तविक परिणाम भी एग्जिट पोल अनुमानों के आसपास रहेगा और एनडीए को 400 से ज्यादा सीटें मिले तो कोई आश्चर्य नहीं होगा। उधर, कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी इंडिया गठबंधन ने एग्जिट पोल के अनुमानों को सिरे से खारिज कर दिया है। कांग्रेस अपने दावे पर अडिग है कि इंडिया गठबंधन को 295 से अधिक सीटें मिलेंगी। कांग्रेस ने अपने काडर और खासकर पोलिंग एजेंट्स को सतर्क रहने को कहा है। भाजपा और 'इंडिया' गठबंधन के प्रतिनिधिमंडलों ने रविवार को चुनाव आयोग से मुलाकात कर निष्पक्ष मतगणना पर अपनी राय व मांग रखी।
इंडिया गठबंधन की ओर से कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी व सीपीएम नेता सीताराम येचुरी आदि नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात कर मतगणना प्रक्रिया के लिए स्पष्ट और विस्तृत दिशा-निर्देश जारी करने की मांग की। सिंघवी ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने पोस्टल बैलेट की पहले गिनती करने, सीसीटीवी की निगरानी में बैलेट कंट्रोल यूनिटों सुरक्षित आवाजाही करने, इन पर तारीख/समय की पुष्टि करने, मतगणना एजेंटों को पर्ची, टैग आदि दिखाने और विवरण नोट करने में जल्दबाजी नहीं करने जैसी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने की मांग की है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नेतृत्व में भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मिलकर 4 जून को मतगणना प्रक्रिया की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि भाजपा ने मगणना के दौरान ईसी प्रोटोकॉल की पालना, मतगणना व परिणामों की घोषणा के समय सुरक्षा और चुनाव प्रक्रिया को कमजोर करने के सोचे-समझे प्रयासों का संज्ञान लेकर जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि आयोग चुनाव प्रक्रिया को लेकर सवाल खड़े करने वालो पर नजर रखे। एक पैटर्न के तहत संस्थाओं के खिलाफ मुहिम चलाई जा रही है। कुछ सिविल सोसायटी टूल किट चला रहे हैं चुनाव प्रक्रिया पर गलतफहमी फैलाने की उन पर नजर रखी जाए।