हिंसक प्रदर्शन के बीच सोनम वांगचुक ने अपना अनशन तोड़ दिया, साथ ही उन्होंने युवाओं से शांति बनाए रखने और हिंसा नहीं करने की अपील की है।
Ladakh Statehood Protest: लद्दाख के लेह में बुधवार को विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया। प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी कार्यालय पर हमला किया और आग लगा दी। पुलिस ने भीड़ को भगाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज भी किया। वहीं भीड़ ने CRPF के वाहन को भी आग लगा दी। छात्रों का यह प्रदर्शन लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने और संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने को लेकर किया।
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बता दें कि लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक भूख हड़ताल पर थे। बुधवार को हुए हिंसक प्रदर्शन के बीच सोनम वांगचुक ने अपना अनशन तोड़ दिया, साथ ही उन्होंने प्रदर्शन कर रहे युवाओं से अपील भी की है। उन्होंने युवाओं से शांति बनाए रखने और हिंसा नहीं करने की अपील की है।
सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने कहा कि हमारा आंदोलन तभी सफल होगा जब यह शांति और गांधीवादी सिद्धांतों पर आधारित होगा। उन्होंने पुलिस से लोगों पर आंसू गैस के गोले छोड़ने से बचने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यदि प्रदर्शनकारियों पर पुलिस आंसू गैस के गोले छोड़ती है तो इससे स्थिति बिगड़ सकती है।
शहर में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद प्रशासन ने पांच या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगाने के लिए बीएनएसएस की धारा 163 लागू कर दी है। वहीं व्यवस्था बहाल करने के लिए लेह में अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं।
इससे पहले गृह मंत्रालय ने 2 जनवरी 2023 को लद्दाख में लंबे समय लंबे समय तक चले विरोध प्रदर्शन के बाद एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया था। बता दें कि समिति और एलएबी व केडीए के संयुक्त नेतृत्व के बीच 27 मई को आखिरी दौर की बातचीत हुई थी। इस बैठक के बाद लद्दाख में अधिवास नीति लागू हुई। उसके बाद से कोई बातचीत नहीं हुई।