पूर्णिया में दरभंगा की रहने वाली एक बीटेक फर्स्ट ईयर की छात्रा ने अपने हॉस्टल के कमरे में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। शुरुआती जांच के अनुसार लड़की ने डिप्रेशन के चलते यह कदम उठाया है।
बिहार के पूर्णिया में छात्र आत्महत्या का एक नया मामला सामने आया है। यहां बीटेक फर्स्ट ईयर की एक छात्रा ने अपने हॉस्टल के कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका की पहचान 19 वर्षीय सुजाता कुमारी के रूप में हुई है। सुजाता दरभंगा की रहने वाली थी और पूर्णिया के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रही थी। वह जुलाई से पीजी कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल में रह रही थी। मंगलवार सुबह पुलिस को सुजाता अपने हॉस्टल के कमरे में मृत पाई गई थी।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मरने से एक रात पहले सुजाता ने करीब 10 बार अपनी मम्मी को फोन किया। हर बार उसने फोन पर अपनी मां से कहा कि मैं आपसे बहुत प्यार करती हूं, मम्मी आई लव यू। पुलिस को सुजाता के कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला है। इस नोट में भी सुजाता ने अपनी मां से माफी मांगी है। उसने लिखा, मम्मी मुझे माफ कर देना, मेरी जिंदगी खत्म हो गई है।
मंगलवार सुबह से सुजाता की मां उसे फोन कर रही थी लेकिन जब लगातार कई बार फोन करने के बाद भी सुजाता ने कोई जवाब नहीं दिया तो उसकी मां ने हॉस्टल में फोन करके इसकी जानकारी दी। मां का फोन आने पर हॉस्टल संचालक और अन्य स्टाफ सुजाता के कमरे के बाहर पहुंचे। काफी देर तक आवाज लगाने के बाद भी जब सुजाता ने दरवाजा नहीं खोला तो संचालक ने दरवाजा तोड़ दिया।
कमरे में घुसते ही हॉस्टल स्टॉफ ने देखा कि सुजाता पंखे से लटकी हुई है। यह देखकर सभी लोग डर गए और उन्होंने तुरंत पुलिस और सुजाता के माता पिता को मामले की जानकारी दी। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और उन्होंने सुजाता के शव को फंदे से उतारकर कब्जे में लिया। पुलिस ने सुजाता के कमरे की तलाशी भी ली और इसी दौरान उन्हें सुजाता की एक डायरी मिली जिसमें उसने अपना सुसाइड नोट लिखा था। शुरुआती जांच के अनुसार, सुजाता डिप्रेशन में थी और इसी के चलते उसने यह कदम उठाया है। पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।