Immigration issues India Bangladesh: कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर पलटवार किया, जिसमें शाह ने ‘वोटर अधिकार यात्रा’ को ‘घुसपैठिये बचाओ यात्रा’ कहा था।
Immigration issues India Bangladesh: कांग्रेस सांसद तारिक अनवर (Tariq Anwar) ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ( Amit Shah) के उस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने ‘वोटर अधिकार यात्रा’ को ‘घुसपैठिये बचाओ यात्रा (Intruder Bachao Yatra)’ बताया था। तारिक अनवर ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह को इस सवाल का जवाब देना होगा कि घुसपैठिये भारत में कैसे घुसे? अनवर ने यह आरोप भी लगाया कि भाजपा ने घुसपैठियों के मुद्दे को हर चुनाव में एक राजनीतिक हथियार बना दिया है, जबकि चुनाव खत्म होते ही यह मुद्दा गायब हो जाता है।
सांसद अनवर ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि गृह मंत्री को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उनके कार्यकाल में घुसपैठिये भारत में कैसे आए, विशेष रूप से बिहार में कैसे पहुंचे। उन्होंने कहा कि यह हर चुनाव में उठाया जाने वाला मुद्दा है, लेकिन चुनावी माहौल खत्म होते ही यह मुद्दा गायब हो जाता है। तारिक अनवर का कहना था कि इस मामले में गृह मंत्री अमित शाह का कोई ठोस जवाब नहीं है, क्योंकि भाजपा के पास कोई ऐसा काम नहीं है, जिसे लेकर वे जनता से वोट मांग सकें।
तारिक अनवर ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की ओर से गृह मंत्री पर दिए गए बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि महुआ मोइत्रा ने जो बयान दिया, वह इस संदर्भ में था कि अगर घुसपैठिये बिहार में आए हैं, तो इसके लिए गृह मंत्री खुद जिम्मेदार हैं। अनवर ने यह भी कहा कि गृह मंत्री को अपनी नाकामी स्वीकार करनी चाहिए और जनता के सामने आकर जवाब देना चाहिए।
वहीं, तारिक अनवर ने कांग्रेस के ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के बारे में भी बात की। उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी का गठबंधन राजद के साथ है और तेजस्वी यादव इसके नेता हैं। यह यात्रा राहुल गांधी के नेतृत्व में शुरू हुई थी और इसमें पूरा इंडिया गठबंधन शामिल है। राहुल गांधी एक राष्ट्रीय नेता हैं और उनकी राष्ट्रीय छवि है, जबकि तेजस्वी यादव बिहार के भीतर कार्य कर रहे हैं।
इसके अलावा, पंजाब के तीन मंत्रियों की ओर से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के दौरान स्वीडन और गोवा की अपनी यात्राओं पर भी तारिक अनवर ने अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि मंत्रियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते समय केवल राहत कार्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए था, न कि विदेश यात्रा पर। उनका कहना था कि जब आप किसी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं, तो आपको वहां के हालात, राहत सामग्री की स्थिति और सुधार के उपायों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।