झारखंड के गुमला में पुलिस ने एनकाउंटर में तीन नक्सलियों को मार गिराया है। झारखंड पुलिस हर महीने औसतन 3 नक्सलियों को मौत के घाट उतार रही है। पुलिस ने 2026 तक नक्सलमुक्त अभियान का लक्ष्य रखा है।
झारखंड (Jharkhand) के गुमला जिले (Gumla) में आज सुबह-सुबह एनकाउंटर हुआ है। इस एनकाउंटर (Encounter) में सुरक्षाबलों ने तीन नक्सलियों को मार गिराया है। मारे गए तीनों नक्सलियों में से दो लालू लोहरा और सुजीत उरांव पर 5-5 लाख रुपए का इनाम था। तीनों प्रतिबंधित नक्सली संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद से जुड़े थे।
गुमला पुलिस ने एनकाउंटर की पुष्टि की है। पुलिस ने कहा कि नक्सलियों के पास से एके-47 राइफल सहित कई हथियारों की बरामदगी हुई है। फिलहाल, मुठभेड़ के बाद इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है। पुलिस ने कहा कि सितंबर महीने में सुरक्षा बलों और पुलिस के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ की यह चौथी घटना है, जिसमें आठ नक्सली मारे गए हैं।
गुमला एसपी हारिश बिन जमां ने कहा कि झारखंड जगुआर और पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में तीनों नक्सली मारे गए। एसपी ने कहा कि साल 2025 में गुमला पुलिस ने अब तक आधे दर्जन से अधिक नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया है। उन्होंने इसे बड़ी उपलब्धि करार दिया।
पुलिस ने कहा कि 15 सितंबर को हजारीबाग जिले के गोरहर थाना क्षेत्र में एक करोड़ के इनामी माओवादी नक्सली सहदेव सोरन उर्फ प्रवेश, 25 लाख के इनामी और भाकपा माओवादी संगठन की झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी का सदस्य रघुनाथ हेंब्रम और 10 लाख के इनामी वीर सेन गंझू मारे गए थे, जबकि 14 सितंबर को पलामू के मनातू जंगल में सुरक्षाबलों और प्रतिबंधित संगठन टीएसपीसी (तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी) के बीच मुठभेड़ में 5 लाख का इनामी नक्सली मुखदेव यादव मारा गया था। 7 सितंबर को पश्चिमी सिंहभूम जिले के गोइलकेरा थाना क्षेत्र के बुर्जुवा पहाड़ी पर पुलिस ने 10 लाख के इनामी नक्सली अमित हांसदा उर्फ अपटन को ढेर किया था। इस वर्ष अब तक कुल 32 नक्सली मारे गए हैं।
झारखंड पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में औसतन हर महीने तीन नक्सली मुठभेड़ों में मारे जा रहे हैं। फिलहाल राज्य में 100 से 150 माओवादी सक्रिय हैं। पुलिस की मोस्ट वांटेड सूची में भाकपा माओवादी के 13 बड़े नक्सली शामिल हैं। इनमें मिसिर बेसरा, पतिराम मांझी और असीम मंडल पर एक-एक करोड़ का इनाम है।
इनके अलावा, अनमोल, मोछु, अजय महतो, अगेन अंगरिया, अश्विन, पिंटू लोहरा, चंदन लोहरा, जयकांत और रापा मुंडा भी सूची में हैं। इस वर्ष नक्सलियों के खिलाफ सबसे बड़ी मुठभेड़ 21 अप्रैल को बोकारो जिले के लुगु पहाड़ पर हुई थी, जब एक करोड़ के इनामी प्रयाग मांझी उर्फ विवेक सहित आठ माओवादी मारे गए थे। झारखंड पुलिस और केंद्रीय बल मार्च 2026 तक राज्य को 'नक्सल मुक्त' बनाने के लक्ष्य के तहत अभियान चला रहे हैं।