West Bengal politics: स्पीकर ने कहा कि वह कबीर को विधानसभा में तलब कर सकते हैं और विधायक के रूप में उनकी वर्तमान राजनीतिक स्थिति स्पष्ट करने के लिए कह सकते हैं।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है। विधायक कबीर ने सोमवार को अपनी पार्टी का ऐलान किया था। उन्होंने पार्टी का नाम जनता उन्नयन पार्टी रखा। हालांकि पार्टी के ऐलान के एक दिन बाद विधायक को बंगाल विधानसभा में अध्यक्ष बिमान बंद्योपाध्याय की कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। इसको लेकर उनका बयान भी सामने आ गया है।
विधानसभा स्पीकर ने मंगलवार को विधायक हुमायूं कबीर द्वारा पार्टी बनाने के फैसले पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि वह कबीर को विधानसभा में तलब कर सकते हैं और विधायक के रूप में उनकी वर्तमान राजनीतिक स्थिति स्पष्ट करने के लिए कह सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि विधायक हुमायूं कबीर को TMC ने अनुशासन भंग करने के आरोप में पहले ही निलंबित कर दिया है। उनके निलंबन से संबंधित दस्तावेज विधानसभा में मौजूद हैं। लेकिन उन्होंने विधानसभा को बिना बताए सोमवार को मुर्शिदाबाद में अपनी नई राजनीतिक पार्टी के गठन की घोषणा कर दी है। उन्हें स्पष्ट करना होगा कि वे किस पार्टी से जुड़े हैं।
विधानसभा अध्यक्ष ने आगे कहा कि यदि विधायक कबीर के खिलाफ दलबदल विरोधी कानून से संबंधित कोई शिकायत आती है, तो हम उस मामले की जांच करेंगे।
बता दें कि टीएमसी से निलंबित होने के बाद विधायक हुमायूं कबीर ने नई पार्टी बनाने का ऐलान किया था। इसके बाद उन्होंने सोमवार को अपनी पार्टी ‘जनता उन्नयन पार्टी’ की घोषणा की। इस दौरान विधायक ने कहा कि वह दो सीटों से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें रेजिनगर और बेलडांगा शामिल हैं। साथ ही कबीर ने कहा कि उनकी पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी इसका ऐलान बाद में किया जाएगा।
टीएमसी में रहते हुए विधायक हुमायूं कबीर ने 6 दिसंबर को मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद की नींव रखने का ऐलान किया था। इसके बाद प्रदेश में राजनीतिक माहौल गर्म हो गया। बीजेपी ने ममता बनर्जी पर धार्मिक ध्रुवीकरण का आरोप लगाया। वहीं टीएमसी ने विधायक कबीर को पार्टी से निलंबित कर दिया। इसके बाद उन्होंने 6 दिसंबर को मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद की नींव रखी थी। इस कार्यक्रम में लाखों लोग शामिल हुए थे।