Crime: दो महीने से नशे में घर पहुंचकर ऑटो चालक अपनी 14 साल की बेटी को हवस का शिकार बना रहा था। पिछले करीब 8-9 दिन से वह पीड़िता से लगातार दुष्कर्म कर रहा था। इसके चलते उसकी हालत बिगड़ गई।
Crime: दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद में एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जहां एक पिता पर अपनी ही 14 साल की नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म करने का घिनौना आरोप लगा है। रिश्तों को शर्मसार करने वाला यह मामला तब सामने आया, जब बच्ची ने पड़ोस की एक बुजुर्ग महिला से अपने दर्द के बारे में बताया। पीड़ित लड़की की शिकायत के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए भूपानी थाना पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।
पुलिस के अनुसार, आरोपी व्यक्ति भूपानी थाना क्षेत्र की एक कॉलोनी में अपनी दो नाबालिग बेटियों के साथ रहता था। वह पेशे से ऑटो चालक है और नशे का आदी है। इसके चलते वह घर में अक्सर लड़ाई-झगड़ा करता था। इसी मारपीट और कलह से परेशान होकर उसकी पत्नी लगभग एक साल पहले अपने चार बच्चों को लेकर अलग रहने लगी थी, जबकि दो बेटियां पिता के पास रह गईं थीं।
पुलिस को काउंसलिंग के दौरान, 14 साल की पीड़िता ने बताया कि नशे का आदी उसका पिता मां के चले जाने के बाद अक्सर गुस्से में रहता था। वह लगभग हर रात नशे में घर लौटता था। इसी दौरान एक दिन उसने नशे में उसके साथ दुष्कर्म कर डाला। इसके बाद मुंह बंद रखने की धमकी दी। यह सिलसिला लगभग दो महीनों तक चलता रहा। पिता हर रोज नशे में घर आता है रात में उसके साथ गलत काम करता। विरोध करने पर वह उसे जान से मारने की धमकी देता था, जिसके डर से बेटी ने किसी को कुछ नहीं बताया। पीड़िता के अनुसार, पिछले आठ-नौ दिन से लगातार हो रहे दुष्कर्म से वह बीमार पड़ गई थी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, करीब पांच दिन पहले, किशोरी ने अपनी आपबीती पड़ोस की एक बुजुर्ग महिला को सुनाई। बुजुर्ग महिला बच्ची को डॉक्टर के पास लेकर गई, जहां जांच के दौरान डॉक्टर ने बच्ची के साथ गलत व्यवहार होने की पुष्टि की। इसके बाद पुलिस को शिकायत दी गई। पुलिस ने बच्ची का मेडिकल परीक्षण करवाया, जिसमें दुष्कर्म की पुष्टि हुई। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ रेप और पॉक्सो एक्ट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मजिस्ट्रेट के सामने लड़की के बयान भी दर्ज कराए हैं। पुलिस अब आरोपी व्यक्ति की दूसरी नाबालिग बेटी की भी काउंसलिंग कर रही है ताकि यह पता चल सके कि क्या उसके साथ भी किसी तरह का यौन उत्पीड़न या दुर्व्यवहार हुआ था।
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में पिछले एक साल के दौरान पिता या करीबी रिश्तेदारों द्वारा नाबालिग बेटियों के साथ दुष्कर्म और यौन उत्पीड़न की कई हृदय विदारक घटनाएं सामने आई हैं, जो समाज के लिए एक गहरी चिंता का विषय हैं। इन मामलों में कई बार आरोपी नशे की लत या पारिवारिक कलह के कारण हिंसक हो जाते हैं, जिसका शिकार घर की बेटियां बनती हैं। उदाहरण के तौर पर, दिल्ली की अदालतों ने हाल ही में ऐसे कई मामलों में दोषी पिताओं को कठोर सजाएं सुनाई हैं, जिनमें रोहिणी जिला अदालत द्वारा नाबालिग बेटी से दुष्कर्म के दोषी पिता को 20 साल की सजा सुनाना और पीड़िता को 10 लाख रुपये मुआवजा देने का आदेश शामिल है। इसके अलावा, दिल्ली हाईकोर्ट ने भी ऐसे जघन्य अपराधों को दुर्भाग्यपूर्ण और चौंकाने वाला बताते हुए आरोपी पिताओं की जमानत याचिकाएं रद्द की हैं।
इन मामलों में एक परेशान करने वाली प्रवृत्ति यह है कि पीड़िताएं अक्सर धमकी या पारिवारिक दबाव के कारण लंबे समय तक चुप रहती हैं। इसके अलावा कई बार अदालतों में भी अपने बयानों से पलट जाती हैं। हालांकि, डीएनए और मेडिकल जैसे वैज्ञानिक साक्ष्य इन घिनौने कृत्यों को साबित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। ये घटनाएं उस मूल विश्वास को तोड़ती हैं जो बच्चों को अपने परिवार, विशेषकर पिता से सुरक्षा की अपेक्षा रखने के लिए प्रेरित करता है।