दिल्ली-एनसीआर में मौसम का मिजाज बदलने वाला है। IMD ने पश्चिमी विक्षोभ के असर से तेज ठंडी हवाएं चलने की भविष्यवाणी की है। अगले 24 घंटे बहुत संवेदनशील हैं।
पहाड़ों में बने वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर अब दिल्ली-एनसीआर के मौसम पर साफ दिखने लगा है। आसमान में बादल होने की वजह से सुबह धूप नहीं निकल पा रही है। इसके चलते सुबह के समय कई इलाकों में मध्यम से घना कोहरा देखने को मिला। हालांकि दोपहर बाद हल्की धूप से लोगों को राहत मिली है। इसी बीच IMD ने अपना पूर्वानुमान जारी किया। इसके तहत दिल्ली-एनसीआर में अगले 24 घंटे बाद ठंडी हवाओं के साथ कड़ाके की ठंड ठिठुरन बढ़ा सकती है। दूसरी ओर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने प्रदूषण को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट्स के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का मुख्य कारण वाहनों से निकलने वाला धुआं है। इसी के चलते सरकार अब पर्सनल व्हीकल्स की जगह पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर ज्यादा जोर दे रही है, ताकि प्रदूषण से बेहतर ढंग से निपटा जा सके।
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली और आसपास के इलाकों में अगले कुछ दिनों तक मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। 23 दिसंबर की सुबह कई जगहों पर मध्यम से घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। इससे विजिबिलिटी कम रह सकती है और ठंड का असर ज्यादा महसूस होने वाला है । इस दिन अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 9 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। 24 और 25 दिसंबर को 15 से 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की भविष्यवाणी की गई है। अगर तापमान की बात करें तो 23 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 9 से 11 डिग्री और 24 दिसंबर को 8 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। वहीं दिल्ली में 25 से 28 दिसंबर के बीच ठंड और बढ़ेगी और न्यूनतम तापमान में भी गिरावट देखने को मिल सकती है। इस दौरान आसमान में हल्के बादल, सुबह का कोहरा और तेज हवाएं मौसम को और ठंडा बनाएंगी।
दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में प्रदूषण तेजी से खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। IMD और पॉल्यूशन कंट्रोल एजेंसियों की रिपोर्ट्स के अनुसार पूरे दिल्ली एनसीआर की स्थिति बहुत चिंताजनक है। आंकड़ों के अनुसार रविवार रात लगभग 11 बजे तक दिल्ली का एवरेज AQI 410 रिकॉर्ड किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। दिल्ली के कई इलाकों में स्थिति और भी खराब रही। चांदनी चौक, वजीरपुर, रोहिणी, जहांगीरपुरी, आनंद विहार और मुंडका जैसे क्षेत्रों में AQI 430 से 450 के बीच दर्ज किया गया। वहीं एनसीआर के अन्य शहरों में भी स्थिति कुछ ठीक नहीं है। गाजियाबाद के इंदिरापुरम में AQI 313, संजय नगर में 341 और वसुंधरा में 394 रिकॉर्ड किया गया है। इन हालातों को देखते हुए सरकार ने कदम उठाए हैं। दिल्ली में आधे वर्कर्स को वर्क फ्रॉम होम की फेसेलिटी दे दी गई है, वहीं दूसरी तरफ बच्चों की सेहत को ध्यान में रखते हुए पांचवीं तक की कक्षाएं ऑनलाइन और छठी से 12वीं तक की पढ़ाई हाइब्रिड मोड में कराई जा रही है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि अगले 48 घंटों में दिल्ली-एनसीआर के मौसम में बदलाव दिखेगा। इस दौरान बादलों में नमी के चलते जहां घना कोहरा छाएगा, वहीं दिल्ली में धुंध भी बढ़ सकती है। इस बीच उत्तर पश्चिमी हवाएं भी 25-30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी। इसके चलते कड़ाके की ठंड यानी शीतलहर का प्रकोप देखने को मिलेगा। हालांकि इस बीच बारिश की कोई संभावना नहीं है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पांडेय के अनुसार, उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में शीतलहर का बढ़ता हुआ प्रभाव देखने को मिल रहा है। इसी बीच मौसम विभाग ने कुछ राज्यों में मध्यम से भारी बारिश और बर्फबारी की चेतावनी जारी की है। अगले 24 घंटों में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के ऊंचाई वाले इलाकों के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी बारिश या बर्फबारी होने की संभावनाएं जताई गई हैं। इसके अलावा हिमालयी क्षेत्र में एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इसका असर मैदानी क्षेत्रों तक रहेगा। इसी के चलते पूर्वी उत्तर प्रदेश से पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी यूपी, उत्तरी मध्य प्रदेश तक मौसम प्रणाली में बदलाव दिखेंगे।