देशभर में मौसम करवट लेने वाला है। 17 दिसंबर से पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होगा, इसका असर दिल्ली-एनसीआर तक दिखाई देगा। मौसम विभाग ने इसके लिए अलर्ट जारी किया है।
दिसंबर का आधा महीना बीत चुका है और मौसम अभी भी अपने नए-नए रंग दिखा रहा है। एक ओर जहां सुबह के समय कोहरा, दिन के समय शीतलहर और रात को कड़ाके की ठंड ने लोगों की दिनचर्या प्रभावित कर दी है। वहीं दूसरी ओर, दिल्ली में प्रदूषण की मार से लोग परेशान हैं। इसी बीच मौसम विभाग ने फिर से ताजा भविष्यवाणी की है। इसके अनुसार अगले 48 से 72 घंटे में भारी बारिश, आंधी-तूफान के साथ पहाड़ों पर बर्फबारी की संभावना है। इसका असर मैदानी क्षेत्रों में भी दिखेगा। यानी मौसम विभाग के अनुसार, अगले 48 से 72 घंटे बहुत संवेदनशील रहने वाले हैं। इसके पीछे का कारण है 17 दिसंबर से सक्रिय होने वाला पश्चिमी विक्षोभ। इसकी वजह से देश के कई हिस्सों में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल सकता है। बहरहाल, IMD ने कई राज्यों में ठंड और भारी बारिश के साथ बर्फबारी की चेतावनी जारी की है।
दिल्लीऔर आस पास के इलाकों में सुबह और रात के समय घना कोहरा देखने को मिल रहा है। पहाड़ों से आ रही ठंडी हवाओं की वजह से न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे आ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने वाली है और अपनी चरम स्तर पर पहुंच सकती है। इसके अलावा दिल्ली की दमघोंटू हवा भी लोगों के लिए चिंताजनक विषय बनी है। कोहरा और ठंडी हवाएं प्रदूषण को हवा में फंसा लेती हैं, जिसकी वजह से लोगों को सांस लेने से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली के लगभग सभी स्टेशनों का AQI का स्तर गंभीर और बेहद गंभीर श्रेणी में बना हुआ है।
IMD के अनुसार दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और बिहार के कई हिस्सों में शीतलहर का तेज असर देखने को मिलेगा। इन राज्यों में न्यूनतम तापमान 1 से 3 डिग्री तक नीचे जा सकता है। सुबह के समय घने कोहरे की वजह से यातायात भी प्रभावित हो सकता है। ग्रामीण क्षेत्रों में ठंड का असर ज्यादा देखने को मिलेगा। कुछ क्षेत्रों में पाला पड़ने की भी संभावनाएं जताई जा रही हैं, जिससे किसानों की चिंता बढ़ सकती है।
17 दिसंबर की रात से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र की तरफ से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो सकती है और निचले क्षेत्रों में बारिश के आसार हैं। इससे पहाड़ों पर ताजा हिमपात होगा। इसके चलते सर्दी और तेज हो जाएगी। मैदानी इलाकों जैसे पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में इसका सीधा प्रभाव कम होगा। हालांकि न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी और ठंड में बढ़ोतरी होगी। कुल मिलाकर यह विक्षोभ मैदानी इलाकों में शीतलहर को प्रबल बनाएगा।
जहां देश का एक हिस्सा सर्दी से कांप रहा है, वहीं देश के दूसरे हिस्से में बारिश खत्म ही नहीं हो रही है। मौसम विभाग ने तमिलनाडु, केरल और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश होने की भविष्यवाणी की है। साउथ ईस्ट अरब सागर के ऊपर बने चक्रवाती परिसंचरण के कारण बादल छाए रह सकते हैं। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।