Noida Bomb Threat: नोएडा में दो बड़े प्राइवेट स्कूलों शिव नादर और एमिटी इंटरनेशनल को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिली, जिसके बाद स्कूल खाली कराए गए। पुलिस, बम स्क्वॉड और सुरक्षा एजेंसियों ने सर्च ऑपरेशन चलाया, जबकि धमकी भरे ईमेल के सोर्स की जांच साइबर सेल कर रही है।
School bomb threat in Noida: दिल्ली-एनसीआर में स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के नोएडा से एक और गंभीर मामला सामने आया, जहां शहर के दो बड़े प्राइवेट स्कूलों को ईमेल के जरिए बम धमाके की धमकी दी गई। धमकी की सूचना मिलते ही शिक्षा जगत से लेकर सुरक्षा एजेंसियों तक में हड़कंप मच गया।
धमकी भरा ईमेल जिन दो स्कूलों को भेजा गया, उनमें नोएडा स्थित शिव नादर स्कूल और एमिटी इंटरनेशनल स्कूल शामिल हैं। दोनों ही स्कूल शहर के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में गिने जाते हैं, जहां बड़ी संख्या में छात्र पढ़ाई करते हैं। ईमेल के माध्यम से दी गई धमकी में स्कूल परिसरों को बम से उड़ाने की बात कही गई थी।
19 दिसंबर की सुबह स्कूल प्रशासन को धमकी भरा ईमेल प्राप्त हुआ। बिना किसी देरी के स्कूल प्रबंधन ने नोएडा पुलिस को इसकी जानकारी दी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल एक्शन लेते हुए सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया।
सूचना मिलते ही नोएडा पुलिस, बम डिस्पोजल स्क्वॉड और अन्य सुरक्षा एजेंसियां दोनों स्कूल परिसरों में पहुंच गईं। एहतियात के तौर पर छात्रों, शिक्षकों और स्टाफ को सुरक्षित बाहर निकाला गया और स्कूल परिसरों को पूरी तरह खाली करा लिया गया।
बम डिस्पोजल स्क्वॉड की टीमों ने स्कूल के हर कोने की गहन तलाशी ली। क्लासरूम, कॉरिडोर, पार्किंग एरिया और खुले मैदानों तक की जांच की गई। राहत की बात यह रही कि तलाशी के दौरान किसी भी तरह की संदिग्ध वस्तु या विस्फोटक सामग्री नहीं मिली।
सर्च ऑपरेशन के बाद पुलिस अधिकारियों ने बताया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और यह कार्रवाई पूरी तरह एहतियातन की गई थी। पुलिस ने छात्रों के अभिभावकों से शांति बनाए रखने और किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए नोएडा पुलिस ने साइबर सेल को अलर्ट कर दिया है। धमकी भरे ईमेल के सोर्स, आईपी एड्रेस और तकनीकी विवरणों की जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही धमकी भेजने वाले व्यक्ति या समूह की पहचान कर ली जाएगी और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।