Heeramandi Story: संजय लीला भंसाली की सीरीज ‘हीरामंडी’ 1 मई को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो चुकी है। हीरामंडी बनाने का आईडिया संजय को 14 साल पहले आया था। असल में ‘हीरा मंडी’ पकिस्तान के लाहौर का रेडलाइट एरिया है। लाहौर के रेडलाइट एरिया को ‘शाही मोहल्ला’ भी कहा जाता है। आइए जानते हैं कि आखिर क्या है हीरामंडी का इतिहास जिसपर संजय ने बना डाली सीरीज।
Heeramandi Story: संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज ‘हीरामंडी’ OTT प्लेटफार्म पर रिलीज हो गई है। इस सीरीज को बनाने का आईडिया डायरेक्टर को 14 साल पहले आ गया था। उस समय संजय ने 'हीरामंडी' पर सीरीज बनाने को ज्यादा सीरियस नहीं लिया था। संजय लीला का ड्रीम प्रोजेक्ट सीरीज 'हीरामंडी' 1 मई को नेटफ्लिक्स में रिलीज हो गई है। आइए जानते हैं क्या है सीरीज 'हीरामंडी' के पीछे का इतिहास? ‘हीरामंडी’ क्यों है डायरेक्टर संजय लीला का ड्रीम प्रोजेक्ट?
संजय लीला भंसाली की सीरीज ‘हीरामंडी’ पोड़सी देश पाकिस्तान की कहानी है। हीरामंडी पाकिस्तान के एक जिले लाहौर का रेडलाइट एरिया है। इस मंडी में एक समय पर हीरे, जेवरात भी बिका करते थे इसलिए इसे हीरामंडी कहा जाने लगा। सिख महाराज रणजीत सिंह के मंत्री हीरा सिंह के नाम पर इस इलाके का नाम हीरामंडी रखा गया था। हीरा सिंह ने इस इलाके में पहले अनाज मंडी का निर्माण कराया था और इसके बाद उन्होंने यहां पर तवायफ़ों को बसेरा दिया था। उस समय अलग-अलग देशों से संगीत, नृत्य, तहजीब और कला से जुड़ी औरतों को लाया जाता था। विदेशियों के द्वारा हमला हुआ और धीरे-धीरे हीरामंडी मोहल्ला उजड़ने लगा था। इसके बाद हीरामंडी मोहल्ले में प्रॉस्टीटूशन का काम बढ़ने लगा था। 90 के दशक के बाद से हीरामंडी मोहल्ला बिखने लगा था। 2010 में हीरामंडी मोहल्ले में तरन्नुम सिनेमा के आस-पास दो बम धमाके हुए थे। इस ब्लास्ट ने पुरे इलाके के बिजनेस ठप्प कर दिया था।
संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज 'हीरामंडी'की कहानी बंटवारे से पहले की कहानी है। हीरा मंडी के ओरिजिनल म्यूजिक कल्चर पर ही फोकस है। ‘हीरामंडी’ में सोनाक्षी सिन्हा,अदिति राव हैदरी, मनीषा कोइराला, संजीदा शेख, ऋचा चड्ढा जैसे फेमस स्टार्स ने काम किया है। 'हीरामंडी' की कास्ट ने टीम से मोटी रकम ली है।