Panna Tiger Reserve पन्ना टाइगर रिजर्व में नए शावकों के साथ दिखी बाघिन , जंगल से फिर आई खुशखबरी
Panna - टाइगर स्टेट मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिज़र्व में बाघों की संख्या लगातार बढ़ रही है। करीब 16 साल पहले यह इलाका बाघ विहीन हो चुका था। अब पन्ना टाइगर रिज़र्व में लगभग 100 बाघ हो चुके हैं। यहां से फिर खुशखबरी आई है। टाइगर रिजर्व की बाघिन पी-142 तीन शावकों के साथ कैमरे में कैद हुई है। यह बाघिन पहली बार अपने नन्हे शावकों के साथ खुले जंगल में विचरण करती दिखाई दी। बाघिन का शावकों के साथ घूमने का रोमांचक दृश्य नागपुर से आए पर्यटकों ने गाइड अरुण यादव के साथ हिनौता सफारी रूट के दौरान देखा। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया में साझा किया, जो तेजी से वायरल हो रहा है।
पर्यटकों ने बताया कि सुबह की धुंध के बीच अचानक घास के झुरमुट से बाघिन अपने तीनों शावकों के साथ बाहर निकली। कुछ क्षणों तक पूरा परिवार सहज रूप से मार्ग पर चलता रहा, जिसे देखकर सभी पर्यटक रोमांचित हो उठे।
बता दें कि पन्ना टाइगर रिज़र्व में वर्ष 2009 में एक भी बाघ नहीं बचा था। अब यह पुनः बाघों से गुलजार हो चुका है। टाइगर रिज़र्व में बाघों की संख्या लगभग 100 के करीब पहुंच चुकी है। इससे न केवल यहां की जैव विविधता में इजाफा हुआ बल्कि पर्यटन में भी जोरदार बढ़ोतरी हुई। मड़ला और हिनौता-दोनों गेटों पर लगातार बेहतर साइटिंग मिल रही है, जिससे देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों की संख्या भी बढ़ रही है।
बाघिन पी-142 के शावकों के दिखने को वन प्रबंधन, वन्यजीव प्रेमियों और पूरे पन्ना जिले के लिए बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह घटना इस बात का प्रमाण है कि पन्ना का जंगल बाघों के लिए सुरक्षित और अनुकूल हो चुका है। यहां बढ़ती बाघों की संख्या निश्चित ही आने वाले समय में पर्यटन को नए आयाम देगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगी।