JDU Candidate List: जदयू ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में कुल 57 उम्मीदवार हैं, जिनमें 3 बाहुबलियों का नाम भी शामिल है।
JDU Candidate List: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मी अब चरम पर है। इसी बीच जनता दल (यूनाईटेड) ने अपनी पहली लिस्ट जारी की है। जदयू की पहली लिस्ट में 57 लोगों को उम्मीदवार बनाया गया है, जिसमें मोकामा से अनंत सिंह, एकमा से धूमल सिंह और कुचायकोट से अमरेन्द्र कुमार पांडे को भी टिकट दिया गया है। ये तीनों नेता न केवल अपने क्षेत्रों में मजबूत जनाधार रखते हैं, बल्कि विवाद और संपत्ति के मामले में भी सुर्खियों में बने रहते हैं।
मोकामा के अनंत सिंह को बिहार का चर्चित बाहुबली माना जाता है। उन्होंने 2005 और 2010 में जेडीयू के टिकट पर, 2015 में निर्दलीय और 2020 में आरजेडी से चुनाव जीत चुके अनंत सिंह को ‘छोटे सरकार’ के नाम से भी जाना जाता है। उनका राजनीतिक सफर विवादों से भरा रहा है, उन्हें AK-47 और हैंड ग्रेनेड रखने के मामले में 10 साल की सजा हुई थी, लेकिन पटना हाईकोर्ट से बरी हो गए।
2025 के हलफनामे के अनुसार अनंत सिंह और उनकी पत्नी नीलम देवी के पास करोड़ों की संपत्ति है। जिसमें चल संपत्ति 26.66 करोड़ और अचल संपत्ति 11.22 करोड़। पत्नी की संपत्ति भी 63 करोड़ से ज्यादा बताई गई है। इनके पास लक्ज़री कार, जेवरात और पशु संपत्ति भी शामिल हैं। अनंत सिंह के रोड शो में हजारों समर्थकों के साथ 1000 गाड़ियों का काफिला देखा गया।
सारण के एकमा से वर्तमान जेडीयू विधायक धूमल सिंह पर रंगदारी वसूलने, हत्या और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर आरोप लगे रहे हैं। एक वक्त ऐसा भी था जब बिहार, यूपी, दिल्ली, मुंबई और झारखंड में उनके खिलाफ सैकड़ों मामले दर्ज थे। 2015 में उन्होंने अपने एफिडेविट में बताया था कि उन पर 9 आपराधिक मामले चल रहे थे, जिनमें 4 मर्डर और 2 हत्या के प्रयास के मामले शामिल थे।
धूमल सिंह ने 2000 में बनियापुर से राजनीति में एंट्री मारी और निर्दलीय विधायक बने। 2005 में फरवरी का चुनाव लोजपा और नवंबर का चुनाव जेडीयू के टिकट पर लड़ा और जीत हासिल की। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले धूमल सिंह का क्षेत्रीय जनाधार भी मजबूत है। जनता के बीच उनकी छवि “जनता के बीच मिलने-जुलने वाला नेता” की है, लेकिन विवादों का साया उनके पीछे लगातार बना हुआ है।
कुचायकोट से जेडीयू के वरिष्ठ नेता अमरेन्द्र कुमार पांडे उर्फ पप्पू पांडे जनता के बीच अपनी ‘मिस्टर क्लीन’ छवि बनाने की कोशिश में रहते हैं। हालांकि उनके खिलाफ 2020 के गोपालगंज ट्रिपल मर्डर केस में आरोप हैं कि इस वारदात को उनके इशारे पर अंजाम दिया गया था। आरोपियों ने आरजेडी नेता जेपी यादव के घर में घुसकर उनके परिवार के चार सदस्यों को गोलियों से भून दिया।
अमरेन्द्र पांडे अंतरराज्यीय अपराधी गिरोह के सरगना सतीश पांडे के छोटे भाई हैं। 12वीं पास पप्पू पांडे करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं। 2015 में जेडीयू के टिकट पर विधायक बने, इससे पहले 2010 में बीएसपी के टिकट पर भी कुचायकोट से जीत चुके हैं। उनके पास लगभग 7.2 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जिसमें चल संपत्ति 1.7 करोड़ और अचल संपत्ति 5.5 करोड़ रुपये शामिल है। इसके अलावा उनके ऊपर लगभग 93 लाख रुपये का कर्ज भी है।