बिहार विधानसभा चुनाव भोजपुरी फिल्म अभिनेता खेसारी लाल यादव अपनी पत्नी के साथ गुरूवार को आरजेडी की सदस्यता ग्रहण कर लिया। खेसारी लाल यादव छपरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने स्वंय उनको पार्टी का सिंबल दिया है।
बिहार विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। इसको लेकर बिहार में राजनीतिक तापमान भी बढ़ गया है। इसी कड़ी में भोजपुरी अभिनेता खेसारी लाल यादव गुरूवार की शाम राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हो गए। खेसारी लाल के साथ उनकी पत्नी भी राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हुई। खेसारी लाल यादव की पत्नी छपरा से विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा है। खेसारी लाल यादव और उनकी पत्नी को तेजस्वी यादव ने पार्टी की सदस्यता दिलाया। इसके बाद तेजस्वी यादव खुद खेसारी लालू यादव और उनकी पत्नी को लेकर मीडिया सामने आए हैं। इसके बाद उन्होंने ही इस बात की जानकारी भी शेयर किया। पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद खेसारी यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने छपरा विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है। पार्टी ने उन्हें अपना सिंबल दे दिया है।
आरजेडी की सदस्यता लेने के बाद खेसारी लाल यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हम तेजस्वी भैया से बहुत दिनों से जुड़ा हुआ हूं। मुझे अच्छा लगेगा कि बिहार का विकास हो। विकास के इस कार्य में मैं भी तेजस्वी यादव के साथ अपना कंधा लगाना चाहता हूं। इसको लेकर ही आज हम उनके साथ काम करने का फैसला लिया। नया बिहार बनाने के लिए हम लोग एक साथ काम करेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार के विकास के लिए पूरे बिहार में घूमकर आरजेडी प्रत्याशियों के लिए वोट मांगने का काम भी करेंगे।
खेसारी लाल यादव ने कहा कि बिहार विकास के लिए पत्नी के साथ पार्टी में शामिल हुआ हूं। चुनाव कौन लड़ेगा इसपर वे कुछ स्पष्ट नहीं कहा, लेकिन पत्रकारों ने जब पूछा कि पत्नी चुनाव लड़ने के लिए कैसे मानी? इसपर उन्होंने कहा कि हमने पत्नी को बताया कि छठ और होली में हम लोग एक साथ रहते हैं। लेकिन बिहार के कई भाई पर्व में भी अपने परिवार के साथ नहीं रहते हैं। इसके बाद उन्होंने कहा कि मेरी इस बात पर मेरी पत्नी मान गई और हम दोनों मुम्बई से पटना आ गए। लालू प्रसाद ने खेसारी लाल यादव को छपरा से प्रत्याशी बनाया है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि यह चुनाव हम विकास और रोजगार के मुद्दे पर लड़ रहे हैं। 14 नवंबर के बाद जब मेरी सरकार बनेगी तो हम अपने वादे के अनुसार दो महीने में कानून बनाकर प्रत्येक उस घर के लोगों को एक सरकारी नौकरी देने का काम करेंगे जिनके घर का कोई सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं हैं। हमने यह वादा कर लिया है और इस वादे को पूरा भी करेंगे।