पटना

Bihar Election: दूसरे चरण में 12 मंत्रियों की किस्मत दांव पर, जानिए कौन कहां से लड़ रहा चुनाव

Bihar Election: बिहार विधानसभा के दूसरे चरण की वोटिंग मंगलवार को होगी। इस चरण में बिहार सरकार कर मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर है। जानिए कौन कहां से चुनाव लड़ रहा है। 

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Nov 10, 2025
मंत्री लेसी सिंह, मात्रै प्रेम कुमार और मंत्री नीतीश मिश्र

Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का दूसरा चरण अब निर्णायक मोड़ पर है। रविवार शाम प्रचार थम गया और अब सभी की निगाहें 11 नवंबर को होने वाले मतदान पर टिक गई हैं। इस चरण में कुल 20 जिलों की 122 सीटों पर वोट पड़ेंगे। यह चरण चुनावी दृष्टि से बेहद अहम है, क्योंकि इसमें राज्य सरकार के 12 वर्तमान मंत्रियों सहित कई बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। इस बार कई राजनीतिक घरानों के वारिस भी खुद को साबित करने के लिए मैदान में हैं।

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12 मंत्रियों की किस्मत का होगा फैसला

एनडीए सरकार के लिए यह चरण चुनौतीपूर्ण इसलिए भी है क्योंकि जिन 12 मंत्रियों ने सरकार में अहम जिम्मेदारियां संभाली हैं, उनकी सीटों पर सीधा मुकाबला है। इनमें उद्योग मंत्री नीतीश मिश्र झंझारपुर से, ऊर्जा एवं योजना मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव सुपौल से, परिवहन मंत्री शीला मंडल फुलपरास से, पीएचईडी मंत्री नीरज सिंह बबलू छातापुर से और गन्ना उद्योग मंत्री कृष्णनंदन पासवान हरसिद्धी (अजा) से मैदान में हैं। वहीं गया टाउन से सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, अमरपुर से भवन निर्माण मंत्री जयंत राज, और बेतिया से पशुपालन मंत्री रेणु देवी अपनी सीट को बचाने की कोशिश में हैं।

मंत्रीविभागविधानसभा क्षेत्र
नीतीश मिश्रउद्योग मंत्रीझंझारपुर
बिजेन्द्र प्रसाद यादवऊर्जा व योजना मंत्रीसुपौल
शीला मंडलपरिवहन मंत्रीफुलपरास
नीरज सिंह बबलूपीएचईडी मंत्रीछातापुर
कृष्णनंदन पासवानगन्ना उद्योग मंत्रीहरसिद्धी (अ. जा.)
विजय कुमार मंडलआपदा प्रबंधन मंत्रीसिकटी
लेशी सिंहखाद्य व उपभोक्ता संरक्षण मंत्रीधमदाहा
जयंत राजभवन निर्माण मंत्रीअमरपुर
डॉ. प्रेम कुमारसहकारिता मंत्रीगया टाउन
सुमित कुमार सिंहतकनीकी शिक्षा मंत्रीचकाई
जमा खानअल्पसंख्यक कल्याण मंत्रीचैनपुर
रेणु देवीपशुपालन मंत्रीबेतिया

पूर्व मंत्रियों की साख भी दांव पर

इस चरण में केवल मौजूदा मंत्री ही नहीं, बल्कि कई वरिष्ठ और पूर्व बड़े चेहरे भी मैदान में हैं। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी सिकंदरा से और पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद कटिहार से चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान कदवा से और माले के महबूब आलम बलरामपुर से मुकाबले में हैं। इनकी जीत और हार भविष्य की राजनीतिक भूमिका और उनके प्रभाव क्षेत्र को पुनर्परिभाषित कर सकती है।

विरासत बचाने उतरे उम्मीदवार

दूसरे चरण की एक खास बात यह है कि कई सीटों पर मुकाबला सिर्फ राजनीतिक नहीं। इन सीटों पर राजनीतिक विरासत बचाने के लिए कई उम्मीदवार मैदान में हैं। इन सीटों पर जनता का फैसला केवल जीत-हार तय नहीं करेगा, बल्कि यह बताएगा कि परिवारिक विरासत राजनीति में कितनी मजबूत है और उसका जनसमर्थन कितना बचा है।

  • इमामगंज में हम पार्टी के संरक्षक जीतन राम मांझी की बहू दीपा कुमारी मैदान में हैं।
  • बाराचट्टी में मांझी परिवार की ज्योति देवी और पूर्व विधायक समता देवी की बेटी तनुश्री मांझी एक-दूसरे के सामने हैं।
  • सासाराम से उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता रानी ताल ठोक रही हैं।
  • नवीनगर में आनंद मोहन-लवली आनंद के पुत्र चेतन आनंद मैदान में हैं, वो पिछली बार शिवहर से चुनाव लड़े थे।
  • बेलहर में गिरधारी यादव के बेटे चाणक्य प्रकाश अपनी राजनीतिक पहचान बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
  • राजद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामचन्द्र पूर्वे की बहु स्मिता गुप्ता परिहार से मैदान में हैं।
  • औरंगाबाद से पूर्व सांसद गोपाल नारायण के बेटे त्रिविक्रम सिंह मैदान में हैं।

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