टीआरई-4 में कम वैकेंसी को लेकर आक्रोशित अभ्यर्थियों ने मंगलवार को सड़क पर उतरकर जमकर हंगामा किया। ये लोग अब सरकार के खिलाफ अपना मोर्चा खोल दिया है। इनका कहना है कि हमारी बातें नहीं मानी गई तो हम अपना आंदोलन और तेज करेंगे।
पटना की सड़कों पर मंगलवार को शिक्षक अभ्यर्थी ने खूब बवाल किया। ये बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के चौथे चरण की शिक्षक बहाली परीक्षा (BPSC TRE 4) का नोटिफिकेशन 1.20 लाख पदों के साथ जारी करने की मांग कर रहे थे। वे अपनी इसी मांग को लेकर सड़कों पर उतरे थे। अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन के दौरान इनका पुलिस से झड़प भी हुआ। विवाद बढ़ने पर पुलिस ने अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज कर दिया। जिसमें कई अभ्यर्थियों को चोटें आई हैं।
बीपीएससी टीआरई-4 पर मचे बवाल के बीच शिक्षा मंत्री सुनील कुमार का बयान भी सामने आया है। उन्होने कहा कि शिक्षक अभ्यर्थी को परेशान होने की जरूरत नहीं है। हम लोग इस मामले में पहले ही साफ कर दिए हैं कि टीआरई-4 के बाद ही TRE-5 की परीक्षा होगी। फिलहाल जितनी वैकेंसी है, उसी हिसाब से प्रक्रिया आगे बढ़ रही है। टीआरई-4 में कम वैकेंसी को लेकर अभ्यर्थियों में आक्रोश है। इसको लेकर ही मंगलवार को सड़क पर उतरे। अब ये लोग अब सरकार के खिलाफ अपना मोर्चा खोल दिया है।
कुछ दिनों पहले शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि बीपीएससी द्वारा टीआरई-4 (चौथे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा) का आयोजन 16 से 19 दिसंबर 2025 तक किया जाएगा। परीक्षा का परिणाम 20 से 24 जनवरी 2026 के बीच प्रकाशित किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि जल्द ही वैकेंसियों की जानकारी साझा की जाएगी और जितनी वैकेंसी होगी उसके आधी बहाली होगी। सरकार की इस घोषणा के बाद से अभ्यर्थियों में नाराज़गी बढ़ी है। उनका कहना है कि पहले 1 लाख 20 हजार पदों पर नियुक्ति की हुई थी। लेकिन अब इसे घटाकर 60 हजार कर दी गईं। इन 60 हजार सीटों को अब टीआरई-5 के लिए रखा गया है।