Bihar Crime: पटना में बिल्डर से 5 करोड़ की रंगदारी और हत्या की धमकी का मामला सामने आया है। हैरानी की बात यह है कि धमकी देने वाला आरोपी कभी खुद बिहार पुलिस का जवान रह चुका है। पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है।
Bihar Crime: राजधानी पटना के रूपसपुर थाना क्षेत्र में एक कुख्यात अपराधी ने बिल्डर से सीधे 5 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी है और रकम नहीं देने पर दो दिन के अंदर हत्या कराने की खुली धमकी दी है। चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी कभी बिहार पुलिस का जवान रह चुका है। धमकी मिलने के बाद पीड़ित बिल्डर अनुपम कुमार ने इस मामले में रूपसपुर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद पुलिस हरकत में आ गई है।
बिल्डर अनुपम कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 4 दिसंबर की रात करीब 8:10 बजे उनके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। फोन करने वाले ने खुद को कुख्यात अपराधी वेद निधि उर्फ लाली सिंह बताया। आरोपी ने बेहद दबंग लहजे में पीड़ित से पूछा की क्या वह शाहपुर थाना क्षेत्र के विवेक उर्फ छोटू से रूपसपुर नहर के पास जमीन खरीद रहे हैं। जमीन खरीद की पुष्टि होते ही आरोपी ने सीधे 5 करोड़ रुपये की रंगदारी की मांग कर दी।
घमकी यहीं खत्म नहीं हुई। कॉलर ने धमकी देते हुए कहा कि यदि दो दिनों के भीतर रकम नहीं दी गई तो उसी अंदाज़ में हत्या कर दी जाएगी, जैसे दानापुर में जदयू नेता और नगर पार्षद उप मुख्य पार्षद दीपक मेहता की हत्या की गई थी। धमकी के दौरान आरोपी ने यह भी कहा कि दानापुर में दीपक मेहता को दरवाजे पर मारा था, तुम्हें भी वैसे ही निपटा देंगे। धमकी से घबराए बिल्डर ने तुरंत अपने परिजनों और फिर पुलिस को पूरी जानकारी दी। जिसके बाद बिल्डर और उसका परिवार पूरी तरह दहशत में आ गया।
जांच में सामने आया है कि वेद निधि उर्फ लाली सिंह पहले बिहार पुलिस का जवान रह चुका है। वह पुलिस मेंस एसोसिएशन से भी जुड़ा रहा था, लेकिन वर्दी में रहते हुए ही उस पर लूट, मारपीट और धमकी जैसे कई गंभीर आरोप लगे। इन्हीं मामलों के कारण उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया। इसके बाद उसने पूरी तरह अपराध की दुनिया में कदम रख दिया और अब वह रंगदारी और जमीन माफियागिरी में सक्रिय बताया जा रहा है।
रूपसपुर थाना अध्यक्ष शशि भूषण ने बताया कि बिल्डर की शिकायत के आधार पर FIR दर्ज कर ली गई है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए विशेष पुलिस टीम गठित कर दी गई है। कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) और मोबाइल लोकेशन के आधार पर अपराधी की तलाश तेज कर दी गई है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही पूरे मामले का खुलासा कर लिया जाएगा।
पटना के दानापुर में 28 मार्च 2022 की रात नगर परिषद के उप मुख्य पार्षद और जदयू नेता दीपक मेहता की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या को जेल से छूटे कुख्यात अपराधी रवि गोप और उसके गिरोह ने अंजाम दिया था। मामला जमीन विवाद से जुड़ा था। दीपक मेहता का 52 कट्ठा और 29 कट्ठा जमीन को लेकर पेशेवर अपराधियों से दो वर्षों से विवाद चल रहा था। नासरीगंज पुलिस चौकी के पास चार बाइक सवार अपराधियों ने उन्हें घेरकर गोलियों से छलनी कर दिया था। इस हत्याकांड ने पूरे पटना में सनसनी फैला दी थी और आज भी यह मामला अपराध की दुनिया की सबसे खौफनाक मिसाल माना जाता है।