Indigo Crisis: देशभर में फ्लाइट किराए के बेतहाशा बढ़ते दाम अब राजनीतिक तूफ़ान बन गए हैं। इंडिगो संकट के बीच जेडीयू नेता केसी त्यागी ने अपनी बेटी के 41 हजार रुपए के टिकट पर बड़ा बयान दे दिया, जिस पर आरजेडी ने करारा हमला बोला है।
Indigo Crisis: बीते कई दिनों से देश में इंडिगो एयरलाइंस को लेकर यात्रियों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है। एक तरफ फ्लाइट कैंसिलेशन, तो दूसरी ओर मनमाने किराए ने लोगों को भारी आर्थिक बोझ में डाल दिया है। इसी बीच जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी का बयान अब सियासी विवाद का बड़ा कारण बन गया है।
एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में केसी त्यागी ने खुलकर कहा कि उनकी बेटी की मुंबई में परीक्षा है और उसके लिए उन्हें एयर इंडिया से 41 हजार रुपये का टिकट खरीदना पड़ा। उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “मेरे पैसे वापस कीजिए, नहीं तो मैं भूख हड़ताल पर बैठूंगा। हम कोई चोर-लुटेरे नहीं हैं।” इसके साथ ही उन्होंने नागर विमानन नियामक संस्था DGCA को सस्पेंड करने और इंडिगो का लाइसेंस रद्द करने तक की मांग कर डाली।
केसी त्यागी के बयान के बाद राष्ट्रीय जनता दल की ओर से तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। आरजेडी प्रवक्ता चितरंजन गगन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि जब तीन दिनों से देशभर के आम यात्री एयरपोर्ट पर फंसे रो रहे थे, तब जेडीयू के नेता चुप थे। लेकिन जब खुद की बेटी पर असर पड़ा, तो अब भूख हड़ताल की धमकी दी जा रही है। उन्होंने आगे तंज कसते हुए लिखा, “आम आदमी भूख हड़ताल कहां करे? सरकार, DGCA और नागरिक उड्डयन मंत्री सब चुप क्यों हैं? इंडिगो से चंदा भी लेंगे और सवाल भी करेंगे, यह कैसी राजनीति है?”
इस पूरे मामले पर जन सुराज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने भी तीखा बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत में हवाई यात्रा अब सुविधा नहीं, एक आर्थिक संकट परीक्षा बन गया है। मजबूरी में 30–40 हज़ार का टिकट खरीदने वाले लोग सिर्फ यात्रा नहीं करते, वे डायनेमिक प्राइसिंग जैसी नीतियों का दर्द भी झेलते हैं। सामान्य दिनों में 8–10 हज़ार का किराया कई गुना बढ़ जाता है।
उन्होंने आगे कहा कि उपभोक्ता मूकदर्शक बने देखते रहते हैं और धीरे-धीरे समस्या से समझौता कर लेने वाली एक खतरनाक प्रवृत्ति पनपती है। क्योंकि हमने यह मान लिया है कि एक दिन चुनाव से पहले खाते में पैसे आ जाएंगे और सब ठीक हो जाएगा। लेकिन असल बदलाव तभी आएगा जब हम इस मौन को तोड़ेंगे। ताकि लोगों का जीवन सुधर सके क्योंकि ये सरकार की वजह से हमें अभाव में जीने के लिए अपने प्रभाव में जीने के लिए बनाई है।
बीते एक सप्ताह से देश के कई बड़े एयरपोर्ट पर फ्लाइट रद्द होने, लेट होने और चेक-इन सिस्टम ठप पड़ने की शिकायतें सामने आई हैं। इसका सीधा असर यात्रियों की जेब पर पड़ा है। कई रूट्स पर टिकट के दाम 3 से 4 गुना तक बढ़ गए हैं। मजबूरी में यात्रियों को महंगे टिकट खरीदने पड़ रहे हैं या यात्रा ही रद्द करनी पड़ रही है।