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बिहार बनेगा देश का सबसे सख्त ट्रैफिक नियम वाला राज्य? सम्राट चौधरी का एक्शन प्लान रेडी, जानिए क्या-क्या बदलेगा

बिहार की सड़कों पर अब मनमानी नहीं चलेगी। ट्रैफिक नियम तोड़ते ही कैमरा से सीधा चालान कटेगा। सम्राट चौधरी ने जाममुक्त बिहार का सख्त रोडमैप तैयार कर दिया है।

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पटना

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Anand Shekhar

Dec 09, 2025

Samrat Chaudhary

बिहार डिप्टी CM सम्राट चौधरी (IANS)

बिहार की सड़कों को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए नया सिस्टम लागू होने जा रहा है। उपमुख्यमंत्री सह गृह मंत्री सम्राट चौधरी ने राज्य को जाममुक्त और हादसामुक्त बनाने के लिए ट्रैफिक व्यवस्था पर अब तक का सबसे सख्त एक्शन प्लान तैयार कर दिया है। राजधानी से लेकर पंचायत तक हर एंट्री–एग्जिट पॉइंट पर CCTV के जरिए 24×7 निगरानी की तैयारी शुरू हो चुकी है। ट्रैफिक को हाई-टेक कंट्रोल में लाने के लिए रेलवे स्टेशनों और व्यस्त चौराहों पर ‘कमांड एंड कंट्रोल सेंटर’ बनाए जाएंगे। यहां से पूरे शहर के ट्रैफिक को लाइव मॉनिटर किया जाएगा। इससे जाम की स्थिति बनने से पहले ही डायवर्जन और मूवमेंट कंट्रोल किया जा सकेगा।

पंचायत से राजधानी तक कैमरों की सीधी नजर

सम्राट चौधरी ने साफ निर्देश दिए कि हर छोटे शहर, कस्बे और पंचायत स्तर तक ट्रैफिक निगरानी का दायरा बढ़ाया जाए। योजना के तहत हर एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर कैमरे लगाए जाएंगे, जिससे हर वाहन की मूवमेंट का रीयल-टाइम रिकॉर्ड कंट्रोल रूम में उपलब्ध रहेगा। यानी अब नियम तोड़ते ही कैमरा आपको पकड़ लेगा और चालान सीधे सिस्टम से कटेगा।

अब ट्रैफिक पुलिस को मिलेगी हाई-टेक ट्रेनिंग

सम्राट चौधरी ने राज्य में ट्रैफिक ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट खोलने का भी आदेश दिया है। इसमें सिमुलेशन लैब, मॉडर्न ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम और ट्रैफिक साइकोलॉजी पर आधारित प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही ट्रैफिक पुलिस बल बढ़ाने का भी फैसला लिया गया है, ताकि स्कूल, कॉलेज, रेलवे स्टेशन और व्यस्त चौराहों पर लगातार निगरानी हो सके।

अब बार-बार नियम तोड़ने वालों पर सीधा वार

बैठक में उपमुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जो लोग बार-बार नियम तोड़ेंगे, उन पर बिना नरमी के दंडात्मक कार्रवाई होगी। सड़क किनारे अवैध पार्किंग हटाने के लिए विभागीय क्रेन के साथ-साथ प्राइवेट क्रेन की तैनाती का आदेश भी दिया गया है, ताकि सड़कें हर हाल में बाधारहित बनी रहें। सरकार सिर्फ जुर्माना नहीं, बल्कि व्यापक जन-जागरूकता अभियान भी चलाएगी। स्कूलों, कॉलेजों और ग्रामीण-शहरी इलाकों में लोगों को यह समझाया जाएगा कि सड़क अनुशासन कोई मजबूरी नहीं, बल्कि सुरक्षा की पहली शर्त है।

नए फैसलों से क्या बदलेगा?

  • शहरों में जाम की समस्या काफी हद तक खत्म होगी और सफर तेज होगा
  • प्रशिक्षित ट्रैफिक पुलिस से दुर्घटनाओं में कमी आएगी
  • अवैध पार्किंग पर सख्ती से सड़कें बाधारहित होंगी
  • रीयल-टाइम ट्रैकिंग से ट्रैफिक कंट्रोल और तेज होगा
  • नियम तोड़ना अब सीधे जेब पर भारी पड़ेगा