Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन, शुक्रवार को पटना में चुनावी नकदी की एक बड़ी खेप पकड़ी गई। यह कार्रवाई पटना पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) के संयुक्त और सघन जांच अभियान का परिणाम है, जिसे शहर भर के महत्वपूर्ण चौकियों और अंतर-जिला सीमाओं […]
Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन, शुक्रवार को पटना में चुनावी नकदी की एक बड़ी खेप पकड़ी गई। यह कार्रवाई पटना पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) के संयुक्त और सघन जांच अभियान का परिणाम है, जिसे शहर भर के महत्वपूर्ण चौकियों और अंतर-जिला सीमाओं पर चलाया जा रहा है।
यह प्रमुख जब्ती कदमकुआं थाना क्षेत्र के वैशाली गोलचक्कर के पास हुई। पुलिस ने वैशाली निवासी अरुण प्रसाद को उनकी कार में 8.5 लाख रुपये की नकदी के साथ पकड़ा। वाहन और नकदी की जांच के दौरान कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए जाने पर, पुलिस ने तुरंत कैश जब्त कर लिया।
पटना सेंट्रल एसपी दीक्षा ने इस कार्रवाई की पुष्टि करते हुए बताया कि यह अभियान चुनावी निष्पक्षता और शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह जब्ती महज एक उदाहरण है, क्योंकि शहर में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। जब्त की गई नकदी को आगे की जांच के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी के पास सुरक्षित रूप से जमा करा दिया गया है।
एसपी ने यह भी जानकारी दी कि हाल ही में पीरबहोर, दीघा और कदमकुआं थाना क्षेत्रों में भी लाखों रुपये की नकदी बरामद की गई है। चुनाव आयोग के सख्त दिशानिर्देशों के अनुसार, ₹50,000 से अधिक नकदी ले जाना प्रतिबंधित है। यदि कोई व्यक्ति वैध दस्तावेजों (जैसे बैंक निकासी प्रमाण या व्यापार बिल) के साथ ₹50,000 से अधिक की राशि ले जाता है, तो उचित सत्यापन के बाद उसे छोड़ा जा सकता है।
पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य चुनावी कदाचार, धन शोधन (Money Laundering) और मतदाताओं को प्रलोभन देने जैसी अवैध गतिविधियों को रोकना है। यह अभियान सभी प्रमुख सड़कों, चौकियों और सीमा नाकों पर जारी रहेगा।
पटना पुलिस और CAPF ने निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए एक सख्त निगरानी प्रणाली लागू की है। पुलिस अधीक्षक ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी कानूनी परेशानी से बचने के लिए ₹50,000 से अधिक की नकदी ले जाने से पहले आवश्यक दस्तावेज साथ रखें या इसकी सूचना नजदीकी पुलिस स्टेशन को दें।
पुलिस ने यह भी चेतावनी दी है कि यह सख्त निगरानी और जांच अभियान आगामी विधानसभा चुनावों तक जारी रहेगा, ताकि चुनाव के निष्पक्ष परिणाम में कोई बाधा न आए और मतदाताओं का विश्वास बना रहे। इस मामले में आगे की जांच जारी है।