बिहार के एकमा रेलवे स्टेशन (छपरा-सीवान रूट) पर बुधवार सुबह एक ऐसा नजारा देखने को मिला जिसने लोगों को हैरान कर दिया। एक युवक 25,000 वोल्ट के करंट की चपेट में आने के बाद भी बच गया।
बिहार के छपरा-सीवान रेलखंड स्थित एकमा रेलवे स्टेशन पर बुधवार सुबह का नजारा आश्चर्य और दहशत से भरा था। अमृतसर से सहरसा जा रही जनसेवा एक्सप्रेस जैसे ही प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर आने लगी, तभी बोगी की छत पर बैठे एक युवक को ऊपर से गुजर रही 25,000 वोल्ट की हाई टेंशन लाइन ने अपनी चपेट में ले लिया। यह मंजर देख स्टेशन पर अफरातफरी मच गई। यात्रियों ने चीखना शुरू कर दिया।
रेलवे स्टेशन पर मौजूद यात्रियों के मुताबिक़, करंट लगने के बाद युवक बोगी की छत पर ही कुछ देर तक बेहोश और जली हालत में पड़ा रहा। लोगों को लगा कि शायद उसने दम तोड़ दिया। स्टेशन पर मौजूद यात्री और स्थानीय लोग अरे बचाओ-बचाओ की आवाज लगाते हुए मदद के लिए दौड़े। इस बीच आरपीएफ जवान और स्टेशन कर्मचारी भी तुरंत मौके पर पहुंच गए। उन्होंने सावधानी से युवक तक पहुंचने की कोशिश की और तभी लोगों की आंखों के सामने एक ऐसी चीज हुई, जिसने सबको हैरत में डाल दिया।
करंट से झुलसे उस युवक ने अचानक हलचल दिखाई, उसने धीरे-धीरे उसने खुद को संभाला और बोगी से खुद नीचे उतर गया। स्टेशन पर मौजूद भीड़ हैरान रह गई। किसी को यकीन नहीं हुआ कि जिसने कुछ ही मिनट पहले 25,000 वोल्ट का झटका झेला था, वह अपने पैरों पर खड़ा है। स्टेशन पर मौजूद लोगों ने तुरंत एम्बुलेंस बुलवाई और युवक को नज़दीकी अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टरों के अनुसार उसकी हालत स्थिर है लेकिन शरीर पर गंभीर झुलसने के निशान हैं। फिलहाल उसे निगरानी में रखा गया है।
रेलवे प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। स्टेशन मास्टर और आरपीएफ अधिकारियों ने कहा है कि यात्रियों को बार-बार चेतावनी दी जाती है कि ट्रेन की छत पर चढ़ना जानलेवा और अपराध दोनों है। फिर भी इस तरह की लापरवाही हादसों को न्योता देती है। घटना के बाद से एकमा में यह हादसा चर्चा का विषय बना हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि शायद किस्मत या ऊपरवाले की कृपा ने युवक की जान बचा ली, नहीं तो इतने वोल्टेज का करंट इंसान को पलभर में खत्म कर देता है।