Bihar Politics: बाहुबली अनंत सिंह के बेटे अभिषेक और अंकित के राजनीति में आने को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। दोनों ने अपनी मां नीलम देवी के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और ललन सिंह से मुलाकात की है, जिसे इस बात का संकेत माना जा रहा है कि वे JDU पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
Bihar Politics: मोकामा का नाम एक बार फिर बिहार की राजनीति की सुर्खियों में है। इसकी वजह हैं मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह के बेटे अभिनव और अंकित। रविवार को अनंत सिंह की पत्नी और पूर्व विधायक नीलम देवी ने अपने दोनों बेटों अभिषेक और अंकित के साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। हालांकि इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया गया, लेकिन इसे राजनीतिक रूप से अहम माना जा रहा है।
गौर करने वाली बात यह है कि यह मुलाकात अचानक नहीं हुई। इससे ठीक एक दिन पहले नीलम देवी और उनके दोनों बेटे केंद्रीय मंत्री और JDU के वरिष्ठ नेता, सांसद ललन सिंह से भी मिले थे। JDU के दो प्रमुख नेताओं से लगातार हुई इन मुलाकातों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह सिर्फ एक शिष्टाचार भेंट है या मोकामा की राजनीति में अगली पीढ़ी को लॉन्च करने की तैयारी चल रही है।
इस पूरे घटनाक्रम का बैकग्राउंड भी बहुत अहम है। अनंत सिंह फिलहाल पटना के बेउर जेल में बंद हैं। दुलारचंद यादव हत्याकांड में नाम आने के बाद उन्हें चुनाव के दौरान गिरफ्तार किया गया था। इसके बावजूद उन्होंने RJD उम्मीदवार और बाहुबली सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी को रिकॉर्ड अंतर से हराया। हालांकि, कोर्ट से जमानत न मिलने के कारण वह अभी तक विधानसभा में शपथ नहीं ले पाए हैं। ऐसे में स्वाभाविक रूप से यह सवाल उठता है कि अगर अनंत सिंह लंबे समय तक सक्रिय राजनीति से दूर रहते हैं, तो उनकी विरासत कौन संभालेगा?
पिछले कुछ महीनों से अभिषेक और अंकित मोकामा विधानसभा क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। वे गांवों का दौरा कर रहे हैं, लोगों से मिल रहे हैं, बड़े काफिले के साथ इलाके का दौरा कर रहे हैं और स्थानीय कार्यकर्ताओं से बातचीत कर रहे हैं। स्थानीय लोग भी इसे अनंत सिंह की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने की तैयारी के तौर पर देख रहे हैं।
अनंत सिंह ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं हैं, लेकिन उनके दोनों बेटों की प्रोफाइल बिल्कुल अलग है। अभिषेक और अंकित ने नोएडा की एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया है। इसके बाद उन्होंने लंदन में हायर एजुकेशन हासिल की। दोनों हाल ही में भारत लौटे हैं और तब से पब्लिक प्लेटफॉर्म पर उनकी मौजूदगी बढ़ गई है।
बिहार की राजनीति में मोकामा विधानसभा क्षेत्र का हमेशा से खास महत्व रहा है। यह इलाका न सिर्फ अपनी बाहुबली राजनीति के लिए जाना जाता है, बल्कि अपनी जटिल जाति और सामाजिक समीकरणों के लिए भी जाना जाता है। अनंत सिंह जैसे नेताओं को अपने साथ रखना या उनके प्रभाव क्षेत्र को मैनेज करना JDU के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण रहा है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ हुई मीटिंग को लेकर सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या यह उनके राजनीतिक एंट्री के लिए ग्रीन सिग्नल है। JDU नेतृत्व आमतौर पर बिना किसी ठोस रणनीति के ऐसे संकेत नहीं देता है। इसलिए, माना जा रहा है कि यह मीटिंग भविष्य की संभावनाओं को तलाशने की दिशा में एक कदम हो सकती है। हालांकि, जदयू या अनंत सिंह के परिवार की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।