सांसद पप्पू यादव ने मांझी की नाराजगी पर दिए एक बयान में कहा कि एनडीए हमेशा से दलितों और पिछड़ों के खिलाफ रहा है और दलितों को दबाकर रखा जाता है। उन्होंने चिराग पासवान, मुकेश सहनी और राहुल गांधी पर भी टिप्पणी की।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक गलियारों में बयानबाजी का तड़का भी तेज हो गया है। इस बीच पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने NDA में सीट बंटवारे को लेकर चिराग पासवान की नाराजगी पर बड़ा तंज कसा है। उन्होंने कहा कि “वो नहीं समझते कि हनुमान को भी अपनी ताकत बतानी पड़ती है। चिराग पासवान अपनी ताकत का सही अंदाज नहीं लगाते। राजनीति में स्पष्टता और ताकत दिखाना जरूरी है।”
पप्पू यादव ने NDA पर हमला बोलते हुए कहा कि यह हमेशा दलित और पिछड़े वर्ग के खिलाफ रहा है। एनडीए में दलितों को दबा कर रखा जाता है, इसमें हम कुछ नहीं कह सकते। असली सवाल यह है कि समाज के हाशिए पर खड़े लोग कैसे मजबूत हों, उनका अधिकार कैसे सुरक्षित रहे। पप्पू यादव ने एनडीए पर कटाक्ष करते हुए आगे कहा कि एनडीए में आपस में ही फूट है. बीजेपी ना तो चिराग पासवान को तवज्जो दे रही है ना ही जदयू को दे रही है.
मुकेश सहनी के डिप्टी सीएम बनने पर पप्पू यादव ने कहा कि, “यहाँ CM और डिप्टी CM कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। सबको अधिकार है अपनी बात रखने का। असली मुद्दा यह है कि अत्यंत पिछड़ी जातियों और दलितों के लिए हम क्या कर रहे हैं। राहुल गांधी के विचार और उनके नेतृत्व में यही देखने की जरूरत है कि समाज के हाशिए पर खड़े लोगों को कैसे प्रतिनिधित्व मिले।”
उन्होंने यह भी कहा कि बड़ी पार्टी को दिल बड़ा रखना चाहिए। “सीपीआई, सीपीएम, माले को भी सम्मान मिलना चाहिए। नेतृत्व करने वाले को सहने की क्षमता होनी चाहिए और गठबंधन को साथ लेकर चलना चाहिए। जैसे राहुल गांधी आरजेडी को सम्मान देते हैं, वैसे ही नेतृत्व करने वाले को सभी पार्टियों के मतभेदों को संतुलित करना चाहिए।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 26/11 हमले पर सवाल उठाने के संदर्भ में पप्पू यादव ने पलटवार किया। उन्होंने कहा, “पहले बताइए कि 11 सालों में बिहार के लिए क्या किया गया? बेरोजगारी, पलायन, बाढ़ जैसी समस्याओं का समाधान क्या किया? हम बिहार की जनता के मुद्दों पर बात करेंगे, न कि केवल बड़े राष्ट्रीय घटनाक्रम पर।”