BPSC TRE-4 शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर पटना में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुआ, लाखों अभ्यर्थी सड़कों पर उतर आए और मुख्यमंत्री आवास तक मार्च निकाला।
बिहार में शिक्षक भर्ती के लिए जारी BPSC TRE-4 के विज्ञापन को लेकर विवाद एक बार फिर गरमा गया है। शुक्रवार को सैकड़ों शिक्षक अभ्यर्थियों ने पटना विश्वविद्यालय परिसर से गांधी मैदान होते हुए मुख्यमंत्री आवास तक विरोध मार्च निकालकर सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व छात्र नेता दिलीप कुमार कर रहे हैं, जिन्होंने साफ़ तौर पर कहा कि सरकार की देरी अब युवा अभ्यर्थियों को बर्दाश्त नहीं है।
BPSC TRE-4 शिक्षक भर्ती के लिए बिहार सरकार ने मई 2025 में विज्ञापन जारी करने की घोषणा की थी। लेकिन अब तक 1 लाख 20 हजार सीटों की बहाली का विज्ञापन जारी नहीं हुआ है। वहीं सरकार द्वारा जारी केवल 26 हजार सीटों का विज्ञापन अभ्यर्थियों को जुमला और केवल “लॉलीपॉप” देने जैसा लगता है। अभ्यर्थियों का कहना है कि यदि वन कैंडिडेट, वन रिजल्ट की नीति, प्रमाण पत्रों की जांच और परीक्षा का कैलेंडर समय पर लागू नहीं हुआ, तो आंदोलन और भी व्यापक रूप ले सकता है।
अभ्यर्थियों का यह आक्रोश मार्च पटना कॉलेज से शुरू होकर मुसल्लमपुर हाट, बाजार समिति, खेतान मार्केट, जेपी गोलंबर और डाकबंगला चौराहा होते हुए मुख्यमंत्री आवास तक जाएगा। अभ्यर्थियों का उद्देश्य है कि सरकार को यह संदेश दिया जाए कि युवाओं का धैर्य खत्म हो रहा है और उनकी मांगें अब केवल प्रतीकात्मक नहीं रह सकतीं।
दिलीप कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा, “सरकार ने TRE-4 विज्ञापन को लेकर लगातार बहाने बनाए हैं। अचार संहिता लागू होने से पहले विज्ञापन जारी होना चाहिए था। अब समय नहीं, बल्कि भविष्य तय करने की आवश्यकता है। लाखों योग्य अभ्यर्थी इस देरी के कारण निराश हैं।”
BPSC TRE-4 बहाली बिहार के लाखों युवाओं के लिए जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ है। अभ्यर्थियों का कहना है कि यह विज्ञापन शिक्षा क्षेत्र में करियर बनाने वाले युवाओं की मेहनत और तैयारी का सम्मान करेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो अभ्यर्थियों का आंदोलन और तेज़ होगा, और इसके राजनीतिक परिणाम भी गंभीर होंगे।
पटना के विभिन्न इलाके में मार्च के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। प्रशासन ने पुलिस और अधिकारियों को सतर्क रखा है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। बावजूद इसके, शिक्षक अभ्यर्थियों ने शांति और संयम बनाए रखने का संकल्प लिया है।