Bihar crime News: पटना में पढ़ने गए एक 17 साल के स्टूडेंट को लाइब्रेरी से किडनैप कर लिया गया और 5 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। हालांकि, पुलिस ने ऑपरेशन चलाया और सिर्फ 5 घंटे के अंदर स्टूडेंट को सुरक्षित बचा लिया, साथ ही तीन किडनैपर्स को गिरफ्तार भी कर लिया।
Bihar Crime News: पटना से सटे फतुहा इलाके में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब पढ़ाई के लिए घर से निकला एक 17 वर्षीय छात्र रहस्यमय तरीके से लापता हो गया। कुछ ही घंटों बाद उसके अपहरण और 5 लाख रुपये की फिरौती की मांग की खबर सामने आते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। हालांकि मामले की गंभीरता को समझते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और महज 5 घंटे के भीतर अपहृत छात्र को सकुशल बरामद करते हुए तीन अपहरणकर्ताओं को दबोच लिया।
फतुहा के गोरीपुन्दा मोहल्ला निवासी नरेश राय का 17 वर्षीय बेटा अजीत कुमार रोज की तरह करीब 10 बजे स्टडी जोन लाइब्रेरी पढ़ने के लिए निकला था। दोपहर तक जब वह घर नहीं लौटा, तो परिजन पहले इसे सामान्य बात समझते रहे। लेकिन शाम करीब 4 बजे अजीत की मां गणिता देवी के मोबाइल पर एक अनजान नंबर से कॉल आया, जिसने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया।
फोन करने वाले ने कहा, “तुम्हारा बेटा हमारे कब्जे में है। अगर उसे जिंदा वापस चाहिए तो 5 लाख रुपये तैयार रखो। अगर पुलिस को बताया तो अंजाम बुरा होगा।” बेटे के अपहरण की खबर सुनते ही मां बदहवास हो गईं और तत्काल फतुहा थाना पहुंचकर लिखित शिकायत दर्ज कराई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए फतुहा थानाध्यक्ष ने तत्काल डीएसपी-1 अवधेश कुमार को सूचना दी। इसके तुरंत बाद एक स्पेशल किडनैप ट्रैप टीम का गठन किया गया, जिसमें तेज तर्रार पुलिस स्टाफ, तकनीकी सेल और फील्ड टीम को शामिल किया गया। सबसे पहले फिरौती कॉल वाले मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाया गया। पुलिस ने कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR), टावर लोकेशन और मूवमेंट पैटर्न को ट्रैक करना शुरू किया। कुछ ही देर में पुलिस को तकनीकी इनपुट से यह स्पष्ट हो गया कि कॉल करने वाला फतुहा इलाके के आसपास ही मौजूद है।
तकनीकी लोकेशन के आधार पर पुलिस की टीम फतुहा थाना क्षेत्र के सोनारू बागीचे के पास पहुंची। इलाके की घेराबंदी की गई और बिना समय गंवाए पुलिस ने वहां दबिश दी। अचानक हुई कार्रवाई से अपराधियों को संभलने तक का मौका नहीं मिला। पुलिस ने मौके से छात्र अजीत कुमार को सकुशल बरामद कर लिया और तीन अपहरणकर्ताओं को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया। अपहरणकर्ताओं के पास से मोबाइल फोन भी बरामद किए गए, जिनसे फिरौती की कॉल की गई थी।
अजीत कुमार को सुरक्षित बरामद के बाद तत्काल उसके परिजनों को सौंप दिया गया। बेटे को जीवित और सुरक्षित देखकर मां फूट-फूट कर रो पड़ीं। परिजनों ने पुलिस की तेज कार्रवाई की सराहना की और पूरी टीम को धन्यवाद दिया। इस पूरे ऑपरेशन में एसआई शुभम कुमार और उनकी टीम की भूमिका बेहद अहम रही। उन्होंने फील्ड लेवल पर पूरे इलाके को सील कर अपराधियों को भागने से पहले ही दबोच लिया। ऑपरेशन इतनी तेजी से पूरा किया गया कि अपहरणकर्ताओं को न तो मोलभाव करने का मौका मिला और न ही फिरौती लेने का।
फतुहा एसडीपीओ अवधेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया, “छात्र के अपहरण की सूचना मिलते ही हमने तकनीकी और फील्ड दोनों स्तर पर कार्रवाई शुरू की। सिर्फ 5 घंटे के भीतर अपहृत छात्र को सकुशल बरामद कर लिया गया। तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ अपहरण, धमकी और फिरौती मांगने की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। आगे की पूछताछ जारी है।” उन्होंने यह भी बताया कि आरोपियों से पूछताछ में और भी आपराधिक नेटवर्क से जुड़े खुलासे होने की संभावना है।