उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के विधायक रामेश्वर महतो के पोस्ट से बिहार में सियासी तापमान बढ़ गया है। इसके साथ ही रालोमो में टूट का खतरा बढ़ गया है।
उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएम के विधायक रामेश्वर कुमार महतो के पोस्ट पर बिहार में सियासी तापमान बढ़ गया है। शुक्रवार (12 दिसंबर, 2025) को उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा है कि "राजनीति में सफलता केवल भाषणों से नहीं, बल्कि सच्ची नीयत और दृढ़ नीति से मिलती है। जब नेतृत्व की नीयत धुंधली हो जाए और नीतियां जनहित से अधिक स्वार्थ की दिशा में मुड़ने लगें, तब जनता को ज्यादा दिनों तक भ्रमित नहीं रखा जा सकता।
आज का नागरिक जागरूक है; वह हर कदम, हर निर्णय और हर इरादे को बारी‑बारी से परखता है। रामेश्वर कुमार महतो के इस बयान के कुछ ही देर बाद, उपेंद्र कुशवाहा के बेटे और बिहार सरकार में मंत्री दीपक प्रकाश ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मैंने उनका ट्वीट नहीं देखा है। अगर उन्हें कोई समस्या है तो हम सभी को इस पूरे मामले को परिवार के भीतर ही सुलझा लेना चाहिए। परिवार के अंदर की बातें सार्वजनिक नहीं होनी चाहिए।”
हालांकि रामेश्वर कुमार महतो ने अपने पोस्ट में किसी का नाम नहीं लिखा, लेकिन यह कयास लगाया जा रहा है कि उनका इशारा पार्टी प्रमुख की ओर है। उनके इस पोस्ट के बाद राजनीतिक गलियारों में कई तरह की चर्चा शुरू हो गई है।
बिहार विधानसभा चुनाव में कुशवाहा की पार्टी रालोमो ने 4 सीटें जीती थीं। इन चार विधायकों में रामेश्वर महतो (बाजपट्टी), माधव आनंद (मधुबनी), आलोक कुमार सिंह (दिनारा) और उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता (सासाराम) शामिल हैं। उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी ने बिहार में एनडीए गठबंधन के तहत 6 सीटों पर चुनाव लड़ा था।