Expert Tips On Hair Loss : अगर झड़ते बालों को नहीं रोका गया तो ये आपको गंजा कर सकता है। आइए, एक्सपर्ट से जानते हैं कि बालों को कैसे उगा सकते हैं और गंजापन दूर करने का इलाज क्या है?
Types of Hair Loss : झड़ते बालों के साथ गंजापन का भय बढ़ता जाता है। ये डर स्वभाविक है क्योंकि, अगर हेयर फॉल को समय पर रोका नहीं गया तो ये वाकई गंजा कर सकता है। इस बात को समझने के लिए 'वाशिंगटन पोस्ट' ने कई एक्सपर्ट्स के साथ हेयर फॉल को लेकर बातचीत की। इन एक्सपर्ट्स ने बताया है कि कैसे झड़ते-टूटते बालों को रोक सकते हैं, बालों को फिर से उगा सकते हैं, और खुद को गंजापन से बचा सकते हैं।
आज हम "पत्रिका स्पेशल" में इस बात को विस्तार से आसान भाषा में समझेंगे-
डर्मेटोलॉजिस्ट मिरियम लूसिया वेगा गोंजालेज हर हफ्ते ऐसे मरीजों से मिलती हैं जो अलग-अलग प्रकार के बाल झड़ने की दिक्कतों से जूझ रहे हैं। जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय (Johns Hopkins University) की असिस्टेंट प्रोफेसर गोंजालेज ने कहा, "यह (बालों का झड़ना) एक आम शिकायत है।"
वहीं, वेइल कॉर्नेल मेडिसिन में क्लिनिकल डर्मेटोलॉजी की एसोसिएट प्रोफेसर शैरी लिपनर ने कहा, "यह बालों का स्वर्णिम युग है"। वो ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि, हेयर लॉस को लेकर आज ऐसे कई प्रभावी उपचार हैं जो पहले उपलब्ध नहीं थे।
इसे एंड्रोजेनिक एलोपेसिया के नाम से भी जानते हैं। ये वाला पैटर्न्ड हेयर लॉस वंशानुगत होता है। उम्र बढ़ने के साथ पुरुषों और महिलाओं के बाल धीरे-धीरे पतले होते जाते हैं। कैलिफोर्निया की त्वचा विशेषज्ञ और बाल विशेषज्ञ, पारादी मिरमीरानी ने बताया कि यह बालों के झड़ने का सबसे आम रूप भी है।
मिरमीरानी, जो बालों के झड़ने के इलाज विकसित करने वाली कई दवा कंपनियों की सलाहकार भी हैं, उनका कहना है, "बालों के साथ होने वाली हर चीज का जीन पर बहुत प्रभाव पड़ता है।"
ये हेयर फॉल प्रकार, टेलोजन एफ्लुवियम के नाम से भी जाना जाता है। किसी बीमारी, संक्रमण, गर्भावस्था, सर्जरी या किसी अन्य तनावपूर्ण स्थिति के बाद अगर बाल झड़ते हैं तो उनको इस श्रेणी में रखा जाता है।
यूसीएलए हेल्थ में त्वचाविज्ञान की क्लिनिकल प्रोफेसर कैरोलिन गोह ने बताया कि जीएलपी-1 दवा लेने वाले कुछ लोगों ने बाल झड़ने की शिकायत की है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि ऐसा क्यों हो रहा है।
एक्सपर्ट इसको लेकर कहते हैं कि इस तरह का पैची बालों का झड़ना एलोपेसिया एरियाटा नामक एक ऑटोइम्यून स्थिति के कारण हो सकता है। ऐसी स्थिति में पलकों के बाल भी झड़ सकते हैं। यह बेहद गंभीर स्थिति में होता है।
डर्मेटोलॉजिस्ट गोह कहते हैं कि स्कैल्प पर जलन या खुजली होना या अचानक से अधिक बालों का झड़ना… इस तरह की चीजों को नोटिस करने पर फौरन डॉक्टर से मिलना चाहिए। साथ एक अन्य एक्सपर्ट लिपनर के अनुसार, ये हेयर लॉस के प्रकार को समझना आमजन के लिए आसान नहीं है। इस बात को बेहतर तरीके से डॉक्टर ही पहचान सकते हैं।
विशेषज्ञों ने बताया कि सबसे कारगर इलाज व्यक्ति के बालों के झड़ने के प्रकार के साथ-साथ उसकी उम्र, लिंग, लाइफस्टाइल, उसके द्वारा ली जा रही दवाओं और अन्य हेल्थ स्थितियों पर निर्भर करेगा।
गोंजालेज ने बताया कि एलोपेसिया एरीटा से पीड़ित कई लोगों में बाल वापस उग सकते हैं, खासकर अगर बालों का झड़ना कम हो। साथ ही अगर त्वचा विशेषज्ञ इसका इलाज करने के लिए प्रभावित स्कैल्प पर स्टेरॉयड का इंजेक्शन या मलहम लगाएं।
एलोपेसिया एरीटा या अन्य प्रकार के बालों के झड़ने से पीड़ित लोगों के लिए minoxidil जैसी दवा को कारगर माना जाता है। ये दवा लगाने, खाने के रूप में बिकती है। हेयर फॉल की स्थिति को समझकर एक्सपर्ट की देखरेख में उपचार किया जा सकता है।
मियामी विश्वविद्यालय में त्वचाविज्ञान की प्रोफेसर एंटोनेला टोस्टी ने बताया कि आसान भाषा में कहें तो, स्कैल्प पर मौजूद बालों के रोम बरकरार रहें तो गिरते वालों को वापस उगा सकते हैं।
वहीं, लिपनर ने बताया कि एक बार जब बालों के रोम पूरी तरह से डैमेज हो जाते हैं, तो हेयर ट्रांसप्लांट के अलावा ज्यादा कुछ नहीं किया जा सकता। साथ ही ध्यान रखें, प्रत्यारोपण भी सबके लिए आसान नहीं होता।"
बायोटिन सप्लीमेंट्स स्वस्थ बालों के लिए बताया जाता है, लेकिन इस बात का कोई ठोस प्रमाण नहीं है कि विटामिन बालों के झड़ने से रोकने में मदद कर सकता है। लिपनर का कहना है, बायोटिन का इस्तेमाल डॉक्टर दिल के दौरे का इलाज करने के लिए करते हैं। इसी वजह से, लिपनर अपने मरीजों को बायोटिन की अधिक खुराक वाले सप्लीमेंट्स से दूर रखती हैं।
एक्सपर्ट मिरमीरानी ने कहा कि सप्लीमेंट या मल्टीविटामिन खरीदने से पहले हेल्दी आदतें, जैसे- नियमित व्यायाम, पोषण से भरा खान-पान और पर्याप्त नींद आदि जरूरी है। ये ध्यान रखें कि अगर आपके बालों का झड़ना आनुवांशिकी है तो उसे रोकना मुश्किल है।
(वाशिंगटन पोस्ट का यह आलेख पत्रिका.कॉम पर दोनों समूहों के बीच विशेष अनुबंध के तहत पोस्ट किया गया है)