Maharashtra Civic Polls: एआईएमआईएम राज्यभर में पंचायत समिति, ग्राम पंचायत, जिला परिषद और अन्य स्थानिक निकायों के चुनाव लड़ेगी।
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने महाराष्ट्र निकाय चुनाव के लिए कमर कस ली है। छत्रपति संभाजीनगर में आगामी निकाय चुनावों को लेकर AIMIM ने अहम बैठक की है। पार्टी के महाराष्ट्र अध्यक्ष और सांसद इम्तियाज जलील की अगुवाई में समीक्षा बैठक हुई, जिसमें मुंबई को छोड़कर राज्यभर से बड़ी संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए।
इम्तियाज जलील ने बताया कि एआईएमआईएम राज्यभर में पंचायत समिति, ग्राम पंचायत, जिला परिषद और अन्य स्थानिक निकायों के चुनाव लड़ेगी। बैठक के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, महाराष्ट्र निकाय चुनावों की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गई है। इम्तियाज जलील ने कहा कि पार्टी राज्यभर में स्थानीय निकाय चुनाव लड़ेगी और यह भी विचार किया जा रहा है कि क्या AIMIM को किसी दल से गठबंधन करना चाहिए या अकेले चुनाव मैदान में उतरना चाहिए।
एआईएमआईएम नेता ने बताया कि मुंबई महानगरपालिका चुनाव (BMC Election) को लेकर जल्द ही स्थानीय स्तर पर एक अलग बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें वहां के पदाधिकारियों के साथ रणनीति तय की जाएगी। राज्य के अलग-अलग जिलों से आए पदाधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट सौंपी है, जिनके आधार पर पार्टी की एग्जीक्यूटिव बॉडी तय करेगी कि किस क्षेत्र से कितने उम्मीदवार उतारे जाएंगे।
एआईएमआईएम के इस सक्रिय रुख ने महाराष्ट्र की सियासत में हलचल मचा दी है। माना जा रहा है कि ओवैसी की पार्टी के चुनावी मैदान में उतरने से महाविकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। एमवीए में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद गुट) शामिल हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि AIMIM के निकाय चुनाव में उतरने से मुस्लिम वोटों का बिखराव हो सकता है, जिससे सबसे ज्यादा विपक्षी गठबंधन को नुकसान झेलना पड़ सकता है।
गौरतलब है कि पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में भी एआईएमआईएम के उम्मीदवारों ने कई मुस्लिम बहुल इलाकों में विपक्षी वोट बैंक में सेंध लगाई थी। ऐसे में पार्टी का यह नया चुनावी ऐलान महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर बड़ा असर डाल सकता है।
महाराष्ट्र में बीएमसी समेत 29 नगर निगमों, 247 नगर परिषदों, 147 नगर पंचायतों में से 42, 34 जिला परिषदों में से 32 और 351 पंचायत समितियों में से 336 के लिए चुनाव चंद महीनों में होने हैं।