प्रतापगढ़

कौन हैं धाकड़ IPS दीपक भूकर? पहले अतीक का नेटवर्क तोड़ा अब किया एक और कमाल; 22 घंटों तक पुलिस ने गिने नोट!

IPS officer Deepak Bhukar: जानिए धाकड़ IPS दीपक भूकर के बारे में...जिन्होंने पहले अतीक का नेटवर्क तोड़ा था। अब उन्होंने एक और कमाल कर दिखाया है।

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कौन हैं धाकड़ IPS दीपक भूकर? फोटो सोर्स- Deepak Bhuker IPS (Facebook)

IPS officer Deepak Bhukar: प्रतापगढ़ के मानिकपुर में हुई पुलिस की एक बड़ी कार्रवाई ने सबको हैरान कर दिया। जब पुलिस टीम ने एक घर पर दबिश दी, तो कमरे में रखे बक्सों, थैलों और अलमारियों से नोट ही नोट निकले। नकदी इतनी ज्यादा थी कि उसकी गिनती में पूरे 22 घंटे पुलिस को लग गए। यह कार्रवाई उस अफसर ने की थी, जिसने प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और अशरफ के नेटवर्क को ध्वस्त कर सुर्खियां बटोरी थीं। इनका नाम है IPS दीपक भूकर।

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22 घंटे की गिनती और टूटा ड्रग नेटवर्क

दरअसल, मानिकपुर थाना पुलिस ने SP दीपक भूकर के नेतृत्व में मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल एक अंतरराज्यीय गिरोह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। जेल में बंद गैंगस्टर राजेश मिश्रा के घर छापेमारी के दौरान पुलिस को मिला —

2,01,55,345 नकद

6.075 किलो गांजा

577 ग्राम स्मैक (हेरोइन)

जो चीजें बरामद हुई हैं उनकी अनुमानित कीमत करीब 3 करोड़ रुपये बताई जा रही है। पुलिस के मुताबिक यह अब तक उत्तर प्रदेश पुलिस की ड्रग्स से जुड़ी सबसे बड़ी कैश रिकवरी है। नकदी की गिनती के लिए कई मशीनें लगाई गईं, लेकिन रकम खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही थी।

कौन हैं एक्शन प्लान के मास्टरमाइंड IPS दीपक भूकर

यह पूरी कार्रवाई SP दीपक भूकर की रणनीति और नेतृत्व का नतीजा थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हरियाणा के झज्जर निवासी दीपक भूकर का जन्म 28 जुलाई 1986 को हुआ था। उन्होंने BSC (बॉटनी) और MSC (बॉटनी) की पढ़ाई के बाद सिविल सेवा परीक्षा पास की और IPS बने। दीपक भूकर ही वही अफसर हैं जिन्होंने प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और अशरफ के नेटवर्क को ध्वस्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

सटीक इंटेलिजेंस की वजह से अलग पहचान

दीपक भूकर अपनी सटीक इंटेलिजेंस, त्वरित फैसलों और सख्त कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं। प्रतापगढ़ में पोस्टिंग के बाद से उन्होंने अपराध पर नकेल कस दी है। बीते महीनों में कई गैंगों पर उनकी टीम ने कार्रवाई की। लेकिन मानिकपुर की यह रेड अब तक की सबसे बड़ी और हाई-प्रोफाइल कार्रवाई मानी जा रही है।

क्या है पूरा मामला?

कुछ हफ्ते पहले मानिकपुर पुलिस को सूचना मिली थी कि जेल में बंद राजेश मिश्रा अपने परिवार के जरिए तस्करी का नेटवर्क चला रहा है। जानकारी पुख्ता थी, इसलिए खुद SP दीपक भूकर ने ऑपरेशन का ब्लूप्रिंट तैयार किया। शनिवार की सुबह टीम ने गुपचुप तरीके से घर की घेराबंदी की। दरवाजा खटखटाने पर अंदर से आवाज आई कि “घर में सिर्फ महिलाएं हैं।” लेकिन शक गहराने पर पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो 5 लोग काले पन्नियों में गांजा और स्मैक छिपाने की कोशिश करते मिले। सभी को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। तलाशी में गद्दों, बिस्तरों और अलमारियों से नोटों के बंडल बरामद हुए।

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