Mamta Kulkarni: किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनाए जाने को लेकर शुरू हुए विवाद पर ममता कुलकर्णी ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा मैं इसके लिए 23 साल तपस्या की है।
Mamta Kulkarni on Mahamandaleshwar Controversy: फिल्म अभिनेत्री ममता कुलकर्णी से महामंडलेश्वर बनीं श्री यमाई ममता नंद गिरी ने किन्नर महामंडलेश्वर विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उनसे जब पूछा गया कि सबसे ज्यादा विवाद तो आपके महामंडलेश्वर बनने पर हो रहा है, वह भी किन्नर अखाड़े का, जबकि आप किन्नर नहीं हैं- तो उन्होंने इस पर खुलकर जवाब दिया। उन्होंने यह बातें आप की अदालत प्रोग्राम में कही हैं।
ममता कुलकर्णी ने कहा, "मैं प्रचंड चंडी का आद्य स्वरूप हूं। दो दिन से लोग हास्य-विनोद कर रहे थे। उधर के जो जगतगुरु हैं, उनका नाम नहीं लूंगी, लेकिन वे भी मज़ाक उड़ा रहे थे। मौनी अमावस्या के स्नान के लिए सब तैयारियों में लगे थे, और मैं भी उसी उद्देश्य से वहां आई थी। जब मैं महामंडलेश्वर बनी, तो मेरे लिए रथ, छत्री और दंड की व्यवस्था होनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बाकी सभी महामंडलेश्वर और हजारों रथ 12 बजे से ही स्नान के लिए निकल गए, लेकिन मुझे पीछे छोड़ दिया गया। मैंने 23 साल की कठोर तपस्या की है, और मुझे इस तरह अनदेखा कर दिया गया। मैंने सोचा कि कोई बात नहीं, लेकिन मेरे भीतर जो प्रचंड चंडिका है, वह इसे सहन नहीं कर पाई। मैंने 23 वर्षों से योगियों को अपने भीतर जागृत कर रखा है, और यह स्वीकार्य नहीं था कि मैं पीछे रह जाऊं।"
ममता कुलकर्णी ने आगे कहा, "मैं बहुत रो रही थी। फिर दोपहर 3 बजे मुझे फोन आया—'आप महागौरी हैं, महाकाली हैं।' तभी पूरा स्नान स्थगित हो गया, और सभी रथ वहीं ठहर गए। मैंने पूछा, 'क्या हुआ?' तो उन्होंने बताया कि सभी 10 किलोमीटर पीछे लौटकर आ रहे हैं। तब मैंने कहा, 'मैं महाकाली हूं। जिस स्नान में आप डुबकी लगा रहे हो, वह मैं ही हूं। आपने मुझे पीछे कैसे छोड़ दिया?' मैं सुबह 4 बजे स्नान के लिए उठी थी, लेकिन मेरा स्नान नहीं हुआ। मैंने सोचा, कम से कम चाय ही मांग लूं। लेकिन जवाब मिला कि चाय वाला भी स्नान के लिए गया है। इस पर प्रचंड चंडिका भड़क गई। समझना कि लाशें गिर पड़ी थीं वहां पर, लेकिन ये मैं नहीं चाहती थी। लेकिन वो प्रचंड चंडिका बर्दाश्त नहीं कर पाई।"
ममता कुलकर्णी ने किन्नर अखाड़े को 10 करोड़ रुपए देने के सवाल पर कहा, “मेरे पास 10 करोड़ क्या, मेरे पास तो 1 करोड़ भी नहीं हैं। सरकार ने मेरे बैंक अकाउंट सीज किए हैं। मैं किस तरह रह रही हूं, आपको पता नहीं है। ये आंसू ऐसे नहीं आ रहे हैं, मैंने बहुत कुछ त्याग किया है।”
किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर ममता कुलकर्णी ने रामदेव बाबा के विरोध पर जवाब दिया और कहा, “अब मैं क्या बोलूं रामदेव बाबा को, उनको महाकाल और महाकाली का डर होना चाहिए।” आपको बता दें कि योग गुरु रामदेव ने ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनने पर विरोध जताते हुए कहा था कि कोई भी व्यक्ति एक दिन में संत नहीं बन जाता। इसके लिए कई वर्षों की तपस्या की जरूरत होती है।
बाबा बागेश्वर को लेकर ममता कुलकर्णी ने कहा, “वह नैपी धीरेंद्र शास्त्री हैं। जितनी उनकी आयु है, उतनी मैंने तपस्या की है। धीरेंद्र शास्त्री को एक चीज कहना चाहती हूं कि अपने गुरु से पुछिए कि मैं कौन हूं और चुपचाप बैठ जाइए।”
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