SIR Update: SIR के दौरान बड़ी चुनौती शहरी इलाके बन रहे हैं। आपके लिए ये जानना जरूरी है कि 'नो मैपिंग' से किन वोटर्स को खतरा हो सकता है?
SIR Update: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान के तहत आज (सोमवार, 8 दिसंबर) मेगा कैंप आयोजित किया जा रहा है। इसे सफल बनाने के लिए प्रशासन ने व्यापक तैयारी की है।
SIR के दौरान सबसे बड़ी चुनौती शहरी इलाकों में सामने आ रही है। 'नो मैपिंग' सूची में ग्रामीण इलाकों के ज्यादातर मतदाता आसानी से सत्यापित हो जा रहे हैं, लेकिन शहर के तीनों विधानसभा क्षेत्रों में बड़ी संख्या में मतदाता जांच-पड़ताल में उलझ रहे हैं।
नो मैपिंग का मतलब यह है कि 2025 की मतदाता सूची में जिन मतदाताओं के नाम तो दर्ज हैं, लेकिन वे 2003 की मतदाता सूची में किसी भी तरह से प्रमाणित नहीं हो पा रहे हैं। अगर ऐसे मतदाताओं का सत्यापन नहीं हो पाता, तो उनके नाम सूची से हटाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
प्रयागराज में मतदाताओं की सुविधा के लिए नजदीकी मतदान केंद्रों पर विशेष शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। मतदाता सूची के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण के तहत प्रपत्रों के संग्रह और डिजिटाइजेशन का महाअभियान सोमवार से शुरू हो गया है। रविवार शाम संगम सभागार में जिला निर्वाचन अधिकारी मनीष वर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस अभियान को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया। बैठक में सभी निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों, विभागाध्यक्षों और पर्यवेक्षण अधिकारियों ने हिस्सा लिया। जिला निर्वाचन अधिकारी ने डिजिटाइजेशन कार्य को समय पर पूरा करने को लेकर विभिन्न बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की। साथ ही संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मतदाता सूची का ड्राफ्ट प्रकाशन 16 दिसंबर को निर्धारित है। बैठक के बाद उप जिला निर्वाचन अधिकारी पूजा मिश्रा ने कहा कि प्रपत्रों के डिजिटाइजेशन की अंतिम तिथि 11 दिसंबर तय की गई है। उन्होंने कहा कि जो मतदाता इस अवधि में अपने प्रपत्र जमा नहीं करेंगे, उनके नाम मतदाता सूची से हटाए जा सकते हैं।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि मतदाता सूची में किसी प्रकार की गड़बड़ी या त्रुटि है, तो उसे समय रहते ठीक कराया जा सकता है। इसके लिए मतदाता 1950 या 0532-2644024 पर संपर्क कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
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