Cyber Fraud: महाराष्ट्र में साइबर ठगी का एक चौंकाने वाला मामला पुणे से सामने आया है, जहां एक युवक ने तीर्थ स्थल पर होटल बुकिंग के लिए आधार नंबर साझा किया। इसके बाद उसकी पहचान का दुरुपयोग कर छह अलग-अलग बैंकों में खाते खोले गए, जिन्हें साइबर ठगी के मामलों में ‘म्यूल अकाउंट’ के रूप में इस्तेमाल किया गया। इन खातों से जुड़े लेन-देन की जांच बेंगलुरु पुलिस कर रही है।
Cyber Fraud: महाराष्ट्र में साइबर ठगी के अलग-अलग मामले सामने आते रहते हैं, लेकिन इस बार पुणे से एक ऐसी घटना सामने आई है जो हैरान करने वाली है। दरअसल, एक युवक तीर्थ स्थल पर होटल बुकिंग करने के लिए आधार नंबर साझा किया था। लेकिन, उसके आधार का दुरुपयोग कर छह अलग-अलग बैंकों में खाते खोले गए। जिन्हें साइबर ठगी के मामलों में ‘म्यूल अकाउंट’ के रूप में इस्तेमाल किया गया। इन खातों के जरिए ठगी की रकम प्राप्त की जा रही थी, जिसकी जांच बेंगलुरु पुलिस कर रही है।
आपको बता दें कि शिकायतकर्ता परिवार के साथ तीर्थ स्थल गए थे। अगले दिन पुणे लौटते समय उन्हें UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) की वेबसाइट से करीब छह ई-मेल मिले, जिनमें बताया गया कि उनके आधार नंबर का उपयोग कर छह अलग-अलग बैंकों में ऑनलाइन खाते खोले गए हैं। शिकायतकर्ता को आधार कार्ड से छेड़छाड़ होने की आशंका हुई तो उसने तुरंत UIDAI हेल्पलाइन 1947 और राष्ट्रीय साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद वे आधार सेवा केंद्र पहुंचे, जहां पता चला कि साइबर ठगों ने उनके आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर बदलकर किसी और नंबर से लिंक कर दिया था और उसी के जरिए बैंक खाते खोले थे। सेवा केंद्र पर उन्होंने बायोमेट्रिक सत्यापन के जरिए आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर अपनी पत्नी के नंबर से अपडेट कराया और बायोमेट्रिक लॉक भी लगवा दिया।
बायोमेट्रिक लॉक लगवाने के बाद शिकायतकर्ता उन बैंकों में से एक बैंक पहुंचा, जहां उसने नाम से फर्जी खाता खोला गया था। वहां पता चला कि खाते में कुछ लेन-देन भी हो चुके हैं। उन्होंने सभी छह बैंकों में शिकायत दर्ज कराकर फर्जी खातों को बंद करने का अनुरोध किया। साथ ही हडपसर पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत भी दी।
इसी दौरान बेंगलुरु पुलिस के नॉर्थ डिवीजन साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन से उन्हें एक नोटिस प्राप्त हुआ, जिसमें साइबर ठगी से जुड़े एक मामले की जांच के लिए उपस्थित होने को कहा गया था। तब यह खुलासा हुआ कि उनकी चोरी की गई पहचान के आधार पर खोले गए बैंक खातों का इस्तेमाल म्यूल अकाउंट के तौर पर किया गया है। शिकायतकर्ता ने बेंगलुरु पुलिस को इस नोटिस का जवाब दिया। वहीं, साइबर क्राइम पुलिस में दर्ज शिकायत के आधार पर शनिवार को हडपसर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई। फिलहाल पुलिस आरोपियों द्वारा इस्तेमाल किए गए फोन नंबरों सहित पूरे साइबर फ्रॉड और पहचान की चोरी के मामले की गहन जांच कर रही है।