रायबरेली

STF की बड़ी कार्रवाई: रायबरेली में 101 किलो गांजा के साथ उड़ीसा के 4 तस्कर गिरफ्तार

STF UP RaeBareli Drug News: उत्तर प्रदेश STF को एक बड़ी सफलता मिली है। रायबरेली में हाईवे पर कार्रवाई करते हुए 4 तस्करों को 101 किलोग्राम गांजा के साथ गिरफ्तार किया गया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब 1 करोड़ रुपये आंकी गई है। गिरफ्तार तस्कर उड़ीसा से मादक पदार्थों की तस्करी कर रहे थे।

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Jul 18, 2025
उड़ीसा से यूपी तक गांजा तस्करी का पर्दाफाश फोटो सोर्स : STF

STF UP Busts Major Drug Racket: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान में एक बड़ी सफलता मिली है। STF की टीम ने रायबरेली में एक बड़े अंतरराज्यीय गांजा तस्करी गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 101 किलोग्राम गांजा, दो वाहन, नकदी, मोबाइल, और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं। बरामद गांजा की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 1 करोड़ रुपये आंकी गई है।

यह कार्रवाई दिनांक 16 जुलाई 2025, देर रात करीब 11:05 बजे रायबरेली-कानपुर हाईवे स्थित अतीरा बुजुर्ग, राजनगर पुलिया के पास थाना गुरुबक्स गंज क्षेत्र में की गई। STF को लंबे समय से इस गिरोह के सक्रिय होने की सूचना मिल रही थी, जिसके आधार पर एक समन्वित ऑपरेशन के तहत इन्हें पकड़ा गया।

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गिरफ्तार किए गए तस्कर और उनकी पहचान:

  • किशोर कुमार मेहर
  • पुत्र बीरा मणी मेहर
  • निवासी: थाना पट्टीपड़ा भगप्लाट, जनपद सोनपुर, उड़ीसा
  • तुषार महापात्रा
  • पुत्र बद्री प्रसाद महापात्रा
  • निवासी: घोड़ा घाटपड़ा, थाना कोतवाली नगर, जनपद सोनपुर, उड़ीसा
  • मानस महापात्रा
  • पुत्र टीटू महापात्रा
  • निवासी: मुडीपड़र, थाना मनमुंडा, जनपद बौध, उड़ीसा
  • कम्पल बगरती
  • पुत्र अकुरा बगरती
  • निवासी: बरीगोंद, थाना उलुंडा, जनपद सोनपुर, उड़ीसा

बरामदगी का ब्यौरा:

  • 101 किलोग्राम गांजा (अंतरराष्ट्रीय बाजार मूल्य लगभग ₹1 करोड़)
  • दो कारें (नंबर OD31H4162, 001553699)
  • 04 मोबाइल फोन
  • 01 पैन कार्ड
  • 01 आधार कार्ड
  • 01 ड्राइविंग लाइसेंस
  • ₹4880 नकद

तस्करी का पूरा नेटवर्क और गिरोह का खुलासा

पूछताछ में मुख्य आरोपी किशोर कुमार मेहर ने बताया कि उसका एक संगठित गिरोह है, जो उड़ीसा राज्य से कम कीमत पर गांजा खरीदकर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में अधिक कीमत पर सप्लाई करता है। गिरफ्तार किए गए अन्य तीनों अभियुक्त तुषार, मानस और कम्पल इस गिरोह के सक्रिय सदस्य हैं। किशोर ने स्वीकार किया कि वह स्वयं इस गिरोह का सरगना है और इससे पूर्व वर्ष 2021 में जबलपुर (म.प्र.) से भी गांजा तस्करी के आरोप में जेल जा चुका है।

इस बार गिरोह ने गांजा उड़ीसा से खरीदकर प्रयागराज होते हुए उन्नाव पहुंचाने की योजना बनाई थी। गांजा की खेप फतेहपुर रेलवे स्टेशन के पास रहने वाले एक व्यक्ति सोनू सिंह को ₹30,000 प्रति किग्रा की दर से दी जानी थी। गिरफ्तार तस्करों के मोबाइल में आपत्तिजनक बातचीत और संपर्कों के सबूत भी मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है।

गिरफ्तारी कैसे हुई: STF की कार्रवाई की पूरी कहानी

SP STF लखनऊ सत्यसेन यादव के निर्देशन में कई दिनों से सूचनाएं संकलित की जा रही थीं। STF की टीमें, विशेष रूप से निरीक्षक प्रमोद कुमार वर्मा के नेतृत्व में, क्षेत्र में सक्रिय थीं। 16 जुलाई को देर शाम सूचना मिली कि दो गाड़ियों में मादक पदार्थ की बड़ी खेप प्रयागराज होते हुए उन्नाव भेजी जा रही है।

STF टीम में उपनिरीक्षक वीरेन्द्र सिंह यादव, मुख्य आरक्षी प्रभात कुमार, और मुख्य आरक्षी अमित यादव शामिल थे। उन्होंने लालगंज क्षेत्राधिकारी के साथ मिलकर कानूनी कार्रवाई के तहत घेराबंदी की और उक्त वाहनों को रोका। तलाशी में गाड़ियों की सीटों के नीचे और विशेष रूप से बनाए गए छुपे स्थानों से 101 किलो गांजा बरामद किया गया।

कानूनी कार्यवाही और एफआईआर की जानकारी

गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ थाना गुरुबक्स गंज, जनपद रायबरेली में मु०अ०सं० 192/25, धारा 8/20/25/29/60 NDPS Act के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। अब आगे की विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जाएगी, जिसमें गांजा कहां से खरीदा गया, किनसे संपर्क था, सप्लाई नेटवर्क कैसे काम करता था , इन सभी पहलुओं की गहराई से जांच होगी।

उत्तर प्रदेश में STF की यह कार्रवाई इसलिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि यह गिरफ्तारी एक संगठित और अंतरराज्यीय नेटवर्क के सक्रिय होने की पुष्टि करती है। उड़ीसा से उत्तर प्रदेश तक मादक पदार्थों की तस्करी के तार जुड़ना, यह दर्शाता है कि तस्कर गिरोह राज्य सीमाओं के पार आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए संगठित ढंग से काम कर रहे हैं। गांजा जैसे मादक पदार्थ युवाओं के स्वास्थ्य, समाज की नैतिकता और सुरक्षा व्यवस्था को प्रभावित करते हैं। STF की यह कार्रवाई न केवल कानून व्यवस्था की दृढ़ता को दर्शाती है बल्कि युवाओं को नशे के दलदल से बचाने की दिशा में एक मजबूत कदम भी है।

STF की प्रतिबद्धता

STF उत्तर प्रदेश ने स्पष्ट किया है कि मादक पदार्थों की तस्करी और इससे जुड़े गिरोहों के खिलाफ अभियान निरंतर जारी रहेगा। ऐसे अपराधों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और कानून का पालन सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

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