Diwali 2025: दीपावली 2025 में बाजार में बिकने वाली मिठाइयों और खाद्य पदार्थों के सैंपल रिपोर्ट त्यौहार बीतने के बाद आएंगे।
Diwali 2025: दीपावली त्यौहार में बाजार में बिकने वाली अमानक मिठाई कहीं लोगों की सेहत न बिगाड़ दें, इसको लेकर इस बार भी खाद्य सुरक्षा विभाग गंभीर नहीं दिखी। त्यौहार सीजन शुरू होने के कुछ दिन पूर्व जांच तो किया गया, लेकिन उसका सैंपल रिपोर्ट त्यौहार बीतने के बाद सामने आएगा। बाजार में बिकने वाली मिठाई व अन्य खाद्य सामग्री जागरूकता के आभाव में लोगों की सेहत पर दुष्प्रभाव डाल सकता है।
हालांकि खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा त्यौहारी सीजन के पूर्व ही रेस्टोरेंट और अन्य खाद्य पदार्थो के दुकानों की जांच करने की बात कही जा रही है, लेकिन इसमें से अधिकांश स्थानों के सैंपल रिपोर्ट दीपावली त्यौहार बीतने के बाद ही सामने आएगा। ऐसे में अगर इन मिठाई व अन्य खाद्य पदार्थ का लोग उपयोग करते हैं तो उनके सेहत पर इसका दुष्प्रभाव पड़ेगा।
जानकारों की माने तो दीपावली त्यौहार में मिठाईयों की मांग कई गुना बढ़ जाती है। ऐसी स्थिति में मांग को पूरा करने के चक्कर में दूध से लेकर खोआ व अन्य सामग्री में मिलावट का खेल शुरू हो जाता है। मांग को पूरा करने के चक्कर मिलावटी खाद्य पदार्थ बाजार में उपलब्ध कराया जाता है और फिर इसका उपयोग आम जन करते हैं।
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम के पिछले दिनों इंडस्ट्रीयल एरिया चक्रधर नगर स्थित दुर्गा स्वीट्स में निरीक्षण करते हुए कार्न पफ फ्राईस के पैकेट में पटाखा चिपकाकर विनिर्माण करते हुए पाया था। इसमें कुल 30 बोरियां थी, दो बोरी में से नमूना लेकर विश्लेषण के लिए राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला रायपुर प्रेषित किया गया। 28 बोरियों को संचालक की अभिरक्षा में सीज किया गया। इस पर विभाग जांच के बाद आगे की प्रक्रिया करेगा।
Diwali 2025: किरोड़ीमल में पूजा स्वीट्स और संदीप होटल में बिक रही मिठाइयों की भी कुछ दिनों पूर्व जांच की गई और दोनों ही प्रतिष्ठान से मिठाई के लिए गए नमूने राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला रायपुर भेजा गया है। उक्त नमूनों की रिपोर्ट अभी आई नहीं है।
मिठाई पर चांदी की वर्क अगर प्लास्टिक जैसे दिखे तो उसे जलाकर देखें अगर व पिघल जाता है तो वह प्लास्टिक है।
खोवा को गर्म पानी में डालने पर पीला रंग दिखे तो उसमें रंग मिलाया गया है।
घी को हाथ में रगड़ने से चिपचिपापन या तीखी गंध आए तो उसमें वनस्पति तेल मिलाया गया है।
दूध का दो बूंद हाथ में लेकर उसमें आयोडिन मिलाएं, अगर नीला हो जाए तो यह समझ लें कि स्टार्च मिलाया गया है।
खोआ व पनीर को हाथ में लेकर मसलने पर तेलीयपन या चिपचिपाहट लगे तो यह मानें कि उसमें सिंथेटिक दूध का उपयोग किया गया है।