Amit Shah CG Visit: छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि गोली चलाने वाले नक्सलियों को उनकी ही भाषा में जवाब देना होगा। उन्होंने के कहा की नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई सिर्फ विचारधारा की लड़ाई नहीं, बल्कि विकास के अभाव के कारण पिछड़ रहे क्षेत्रों की भी है।
Amit Shah CG Visit: छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के छत्तीसगढ़ दौरे का आज अंतिम दिन है। तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन वे कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। वही शाह सुबह 10.30 बजे रायपुर में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के नए कार्यालय का उद्घाटन करेंगे और इसके बाद समीक्षा बैठक में हिस्सा लेंगे। छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि गोली चलाने वाले नक्सलियों को उनकी ही भाषा में जवाब दें।
नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए कडा़ई बरतने की जरूरत है। भटके हुए युवा मुख्य धारा में शामिल होना चाहते हैं उन्हें सामने आना पड़ेगा। हिंसा करने वालों को रास्ते पर लाने के लिए सभी विकल्पों पर काम करने की जरूरत है। हथियार थामने वालों को किसी एक को चुनना होगा। दोहरा मापदंड अपनाने वालों के लिए कोई जगह नहीं है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई सिर्फ विचारधारा की लड़ाई नहीं, बल्कि विकास के अभाव के कारण पिछड़ रहे क्षेत्रों की भी है। वामपंथी उग्रवाद फैलाने वाले लोग इमोशनल तरीके से ट्राइबल भाइयों-बहनों और पूरे समुदाय को गलत रास्ते पर ले जाने का काम करते हैं। इसे देखते हुए सभी विकल्पों पर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) की तर्ज पर स्पेशल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (SIA) को प्रशिक्षण दिए जाने की जरूरत है। ताकि किसी भी प्रकरण की जांच करने के साथ ही कोर्ट में प्रकरण पेश करते समय मजबूती के साथ अपना पक्ष रखा जा सके। इससे पकडे़ गए लोगों को कोर्ट में सजा दिलाई जा सके।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नक्सल ऑपरेशन की समीक्षा के दौरान इसके निर्देश दिए। साथ ही, कहा कि जब तक मुख्यधारा में नहीं लौटने वाले नक्सली और उग्रवादियों को राज्य सजा नहीं दिलाएंगे, तब तक इस समस्या पर काबू नहीं पाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि आत्मसमर्पण की नीति लचीली होनी चाहिए, लेकिन इसका गलत उपयोग न हो, इसके लिए प्रयास किए जाने चाहिए।
Amit Shah CG Visit: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसे तेज करने के लिए डीजीपी को अपने राज्यों में हर सप्ताह नक्सल ऑपरेशन में लगी टीम के साथ बैठक कर कार्ययोजना बनाने कहा। साथ ही, मुख्य सचिवों को हर 15 दिन में एक बार नक्सल अभियान से जुड़े विकास कार्यों की समीक्षा बैठक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जब तक नक्सल अभियान की सतत निगरानी नहीं होगी तब तक हम अपेक्षित परिणाम नहीं मिलेगें। इसके लिए संयुक्त प्रयास करने की जरूरत है। प्रभावित इलाकों में विकास कार्यो की निगरानी से पारदर्शिता के साथ शासकीय योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ स्थानीय जनता को मिलेगा।
नक्सलियों (Naxalist) से निपटने के लिए युवा तेजतर्रार और अनुभवी अफसरों को कमान देने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा। उन्होने कहा कि ज्वांइट टास्क फोर्स (जेटीएफ) में हर राज्य में अनुभवी और उपयुक्त बल उपलब्ध हों। उन्होंने कहा कि ये अभियान एक विशिष्ट प्रकार के स्किल के साथ करने वाला काम है और इसमें उन्हीं fको लगाना चाहिए जो इसके लिए उपयुक्त हैं। साथ ही, स्थानीय क्षेत्र की जानकारी के साथ ही आपात स्थिति से निपटने में सक्षम हो। इसके लिए डीजीपी को जेटीएफ की समीक्षा और उनमें बदलाव करने चाहिएं।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि राज्यों को नक्सलवाद से संबंधित अंतर्राज्यीय मामलों की जांच एनआईए को देनी चाहिए। वामपंथी उग्रवाद के वित्त पोषण, हथियारों की सप्लाई औऱ उनकी मैन्युफैक्चरिंग पर हर राज्य को बहुत ध्यान से काम करने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल लोगों के मामलों में प्रॉसीक्यूशन को बेहतर रूप से तैयार करने के लिए के लिए स्टैंडर्ट आपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) के ज़रिए समन्वय पर ध्यान दिया जाना चाहिए। वामपंथी उग्रवाद मामलों की जांच से जुड़ी और प्रॉसीक्यूशन टीमों की ट्रेनिंग एनआईए से कराए जाने पर गृहमंत्री ने बल दिया।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ की छह स्थानीय भाषाओं में रूपांतरित 'नए भारत का नया कानून' पुस्तक का विमोचन किया। यह पुस्तक हल्बी, गोंडी, भतरी, कुडुख, छत्तीसगढ़ी और हिंदी में रूपांतरित संस्करण है। विमोचन के दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा उपस्थित थे।