CG Politics: कांग्रेस में जिला अध्यक्ष बनने के लिए नेता दिल्ली की दौड़ लगा रहे हैं। वहीं अपनी कुर्सी बचाने के लिए प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं के पास भी हाथ-पैर मार रहे हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव के नतीजे के आधार पर जिला अध्यक्ष बदले जाएंगे।
CG Politics: कांग्रेस संगठन में बदलाव की बयार शुरू हो गई है। प्रदेश कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने 10 से 15 जिलाध्यक्षों को बदलने का मन बना लिया है। यह बदलाव विधानसभा और लोकसभा चुनाव के नतीजे को आधार मान कर किया जा रहा है। इसके अलावा जिन जिलाध्यक्षों का कार्यकाल पांच साल से अधिक हो गया है और उनके प्रति कार्यकर्ताओं में असंतोष है, उन्हें भी बदलने की तैयारी है।
हालांकि जिलाध्यक्षों में बदलाव की अंतिम मुहर दिल्ली में लगेगी। यही वजह है कि जिलाध्यक्ष अब दिल्ली तक की दौड़ लगा रहे हैं। इसके अतिरिक्त जिलाध्यक्ष अपनी कुर्सी बचाने के लिए प्रदेश के (CG Politics) वरिष्ठ नेताओं के पास जाकर भी हाथ-पैर मार रहे हैं। बता दें कि वर्ष 2018 में विधानसभा चुनाव से पहले दीपक बैज को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी गई थी। उन्होंने मोहन मरकाम की जगह प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था।
CG Politics: विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हार मिली और इसके बाद लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। इसके बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को बदलने की चर्चा शुरू हुई, लेकिन कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व इससे सहमत नहीं हुआ। इसके साथ ही (CG Politics) कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने बैज को अपनी टीम बनाने का भी एक मौका दिया है।
कांग्रेस पार्टी में इन दिनों नई कार्यकारिणी को लेकर चर्चा है कि इस बार बनाई जा रही सूची में 50 साल से कम उम्र के लोगों की संख्या काफी अधिक है। यहां पढ़ें पूरी खबर…
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि प्रदेशवासियों को अच्छे से पता है कि भूपेश बघेल की नेतृत्व वाली पिछली कांग्रेस सरकार ने 18 लाख पीएम आवास को रोक दिया था। यहां पढ़ें पूरी खबर…