रायपुर

Cyclone Fengal: चक्रवाती तूफान फेंजल CG के 13 जिलों में कराएगा बारिश, अगले 4 दिनों के लिए अलर्ट

Cyclone Fengal: चक्रवाती तूफान फेंजल के असर से प्रदेश में बारिश के हालात बन गए हैं। इसे लेकर मौसम विभाग ने अगले 4 दिनों के लिए अलर्ट जारी किया है। वहीं 13 जिलों में बारिश के आसार है..

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Dec 01, 2024

Cyclone Fengal effect in chhattisgarh: फेंजल तूफान का असर प्रदेश में दिख रहा रहा है। चक्रवाती तूफान के असर से प्रदेश के न्यूनतम तापमान में 3 डिग्री तक बढ़ोतरी हुई है। इसके असर से प्रदेशभर ठंड कम हुई है। हालांकि दिन का तापमान गिरने से दिन में ही ठंड का अहसास होने लगा। पिछले 24 घंटे में सुकमा में हल्की बारिश हुई है। वहीं जगदलपुर व राजधानी में हल्की बूंदाबांदी हुई है। यह हाल प्रदेश के अन्य जिलों में भी है। रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर के अलावा 13 जिलों में बारिश के आसार है।

Cyclone Fengal: चार दिनों तक ऐसा रहेगा मौसम

मौसम विभाग के अनुसार अगले चार दिनों तक दक्षिण छत्तीसगढ़ में बारिश होने की संभावना है। वहीं अगले दो दिन तक प्रदेश के ज्यादातर भागों में न्यूनतम तापमान दो डिग्री तक बढ़ सकता है। राजधानी समेत प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में शनिवार की सुबह से बादल छाए रहे। इस कारण दिन का तापमान सामान्य से साढ़े 3 डिग्री तक गिर गया।

रायपुर में सामान्य से 3 डिग्री कम रहा पारा

राजधानी में अधिकतम तापमान 26.2 डिग्री रहा, जो सामान्य से साढ़े 3 डिग्री कम रहा। वहीं राजनांदगांव में ही अधिकतम तापमान सामान्य से मामूली ज्यादा रहा। दूसरी ओर प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में रात का तापमान साढ़े 7 डिग्री तक बढ़ गया। बस्तर में बादल छाने के कारण जगदलपुर में न्यूनतम तापमान 20.4 डिग्री पर पहुंच गया। यह सामान्य से साढ़े 7 डिग्री ज्यादा रहा।

तूफान ने रोकी चेन्नई और पुणे फ्लाइट की उड़ान

रायपुर फेंगल तूफान के चलते चेन्नई और पुणे फ्लाइट को निरस्त कर दिया गया है। स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर में शनिवार को दोनों फ्लाइट का संचालन नहीं किया गया। यह फ्लाइट दोपहर 3.20 को रायपुर आने के बाद पुणे के लिए शाम 3.50 को उड़ान भरती है। लेकिन, चेन्नई में तूफान आने के कारण इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट को निरस्त कर दिया गया।

फटे तिरपालों से धान को ढंका

बालोद में खराब मौसम के बीच सबसे ज्यादा चिंतित किसान हैं। धान कटाई के बाद किसानों ने अपनी उपज खेतों में ही रख दी है। वहीं खरीदी केंद्रों में भी धान खुले में रखा है। ऐसे में बारिश के कारण बड़ा नुकसान होने का आशंका है। सेवा सहकारी समितियों को शासन ने तिरपाल व कैप कवर का इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं लेकिन केंद्रों में फटे तिरपाल व कैप कवर से धान को सुरक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है।

Updated on:
01 Dec 2024 11:45 am
Published on:
01 Dec 2024 11:33 am
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