Fake police arrested: रायपुर में फर्जी पुलिस वाला आशीष घोष उर्फ आशीष दास को जेल भेजा गया। खुद को सब इंस्पेक्टर और एसीबी अधिकारी बताकर घूमता था।
Fake police arrested: थानेदारों और अफसरों के खास रहे फर्जी पुलिस वाला आशीष घोष उर्फ आशीष दास उर्फ आशीष शर्मा उर्फ आशीष सिंह राजपूत को जेल भेज दिया गया। पुलिस ने उसे तीन दिन की रिमांड पर लिया था। शनिवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। रिमांड के दौरान उससे लंबी पूछताछ की गई, जिसमें शहर के कई पुलिस वालों से उसके संबंध उजागर हुए।
अधिकांश थानों में वह खुद को सब इंस्पेक्टर बताते हुए घूमता-फिरता था। कई लोगों को पुलिस का धौंस भी दिखाता था। उसे पुरानी बस्ती इलाके में एसीबी अधिकारी बनकर घूमते हुए पुरानी बस्ती पुलिस ने पकड़ा था। दूसरी ओर ड्रग्स मामले में जिस कारोबारी के होटल में जाकर वसूली का हल्ला मचा था, उस कारोबारी ने पुलिस को बयान देने से इनकार कर दिया है।
ड्रग्स केस में उछला था नाम, नहीं भेजा था क्राइम ब्रांच के हवलदार ने: ड्रग्स (एमडीएमए) मामले में पिछले दिनों क्राइम ब्रांच ने एक बड़े रैकेट का खुलासा किया था। कटोरा तालाब निवासी हर्ष आहुजा के अलावा दीप और हरियाणा के मोनू विश्नोई को पकड़ा था। बाद में इसी रैकेट से जुड़ी नव्या मलिक, अयान परवेज को पकड़ा गया। इसके बाद हाईप्रोफाइल ड्रग्स रैकेट सामने आया।
Fake police arrested: इसमें कई कारोबारियों, नेताओं और रसूखदारों और उनके बेटों के शामिल होने का पता चला। इन्हीं में से एक कारोबारी के जेल रोड स्थित होटल में आरोपी आशीष पहुंच गया। उसने कारोबारी को ड्रग्स केस से बचा लेने का दावा किया। मामला रफा-दफा करने के नाम पर 5 लाख की मांग की। हालांकि कारोबारी ने पैसे नहीं दिए। सूत्रों के मुताबिक क्राइम ब्रांच के एक हवलदार ने आशीष को कारोबारी और उसके बेटे की जानकारी दी थी।
योगेश कश्यप, टीआई, पुरानी बस्ती, रायपुर: आरोपी आशीष घोष को जेल भेज दिया गया है। ड्रग्स केस में वसूली के संबंध किसी ने शिकायत नहीं की है। संबंधित कारोबारी ने अपना बयान भी नहीं दिया है।
Fake police arrested: पुरानी बस्ती पुलिस के मुताबिक आरोपी आशीष को फर्जी पुलिस वाला बनकर घूमने के मामले में जेल भेजा गया है। ड्रग्स रैकेट से बचाने के एवज में पैसे मांगने को लेकर किसी ने शिकायत नहीं की है। किसी कारोबारी ने आशीष के खिलाफ बयान भी नहीं दिया है। एक और मामला दर्ज नहीं हो पाया है। आरोपी के मोबाइल के कॉल डिटेल निकाले गए हैं, जिसकी जांच की जा रही है।