Weather Alert: अगले 48 घंटों के दौरान दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर और अधिक तीव्र होने की बहुत अधिक संभावना है। जिससे अगले चार दिन शीत लहर चलेगी।
Weather Alert: मध्यप्रदेश में मौसम पूरी तरह से बदल चुका है। राजगढ़जिले में ठंड कहर बरपा रही है। नवंबर की शुरुआत से ही पूरे प्रदेश से सर्वाधिक ठंड राजगढ़ में है। हर दिन प्रदेश में सर्वाधिक ठंडा जिला राजगढ़ बना हुआ है, पांच प्रमुख ठंडे जिलों में यह शामिल है। यहां तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस रहा और अधिकतम 27 डिग्री। दिनभर शीत लहर का प्रकोप रहा, ठंडी हवाएं चलती रहीं।
दरअसल, सुबह से ही ठिठुरा देने वाली ठंड राजगढ़ में शुरू हो गई है। जिसके चलते जन-जीवन प्रभावित होने लगा है। उत्तर भारत की ओर से आ रही ठंडी हवाओं के कारण मप्र का मालवा क्षेत्र ज्यादा प्रभावित हुआ है। जिसके चलते राजगढ़ के साथ ही भोपाल, इंदौर, शाजापुर जिले में पारा काफी कम है। ठंड का अहसास दिनभर हो रहा है। सुबह और शाम के समय ज्यादा ठंड लग रही है। आगामी दिनों में ठंड का असर और भी बढ़ने वाला है। इसीलिए चिकित्सकों ने जरूरी एहतियात बरतने और ठंड से बचे रहने की सलाह दी है।
मौसमी गतिविधियां बदली हैं, जिसके चलते ठंड का असर पड़ रहा है। उत्तर भारत से लगातार ठंडी हवाएं चल लही हैं। जिसका असर मप्र के कुछ हिस्सों में हैं। भोपाल, इंदौर, शाजापुर के साथ ही राजगढ़ में इसका असर पड़ा है। मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि एक चक्रवातीय परिसंचरण बंगाल की खाड़ी और निकटवर्ती क्षेत्रों में माध्य समुद्र तल से 3.1 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है। 21 नवंबर तक ऐसे ही शीत लहर चलने की संभावान है।
मौसम विभाग के मुताबिक एक ऊपरी हवा चक्रवातीय परिसंचरण, मलक्का जलडमरूमध्य (स्ट्रेट) के मध्य भागों के ऊपर 5.8 किमी तक की ऊंचाई पर सक्रिय है। इसके प्रभाव से 22 नवंबर के आसपास दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर एक निम्न दाब क्षेत्र बनने की संभावना है।
इसके बाद, इसके पश्चिम-उत्तरी-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने और 24 नवंबर के आसपास दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों पर एक अवदाब (डिप्रेशन) में परिवर्तित होने की बहुत अधिक संभावना है। इसके बाद, इसके पश्चिम-उत्तरी-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते रहने और अगले 48 घंटों के दौरान दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर और अधिक तीव्र होने की बहुत अधिक संभावना है। जिससे अगले चार दिन शीत लहर चलेगी।