Diarrhea in CG: स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की माने तो गांवों में नल-जल योजना के तहत पानी सप्लाई के लिए बिछाई गई पाइप लाइन नालियों से ही गुजरी है। पाइप लाइन में लीकेज व क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में घरों तक गंदे पानी की सप्लाई हो रही है।
Diarrhea in CG: डोंगरगांव ब्लॉक के तीन-चार गांवों में फैले डायरिया पर स्वास्थ्य विभाग फिलहाल काबू पाने का दावा कर रहा है, लेकिन सिंघोला से लगे संबलपुर गांव में दो की मौत ने गांवों में समूह नल-जल योजना के तहत नलों से साफ पानी की सप्लाई के दावों की पोल खोल कर रख दी है।
स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की माने तो गांवों में नल-जल योजना के तहत पानी सप्लाई के लिए बिछाई गई पाइप लाइन नालियों से ही गुजरी है। पाइप लाइन में लीकेज व क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में घरों तक गंदे पानी की सप्लाई हो रही है। संबंधित विभाग द्वारा लापरवाही पूर्वक किए कार्य का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।
पिछले दस दिनों में डोंगरगांव ब्लॉक के संबलपुर, कोकपुर व आसरा गांव में डायरिया से पीड़ित होकर 30 से अधिक मरीज सामने आए हैं। इनमें से संबलपुर निवासी दो ग्रामीणों की मौत हो गई है। दो लोगों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम गांवों में कैंप लगाकर लोगों की जांच में जुटी हुई है। इसके अलावा घर-घर जाकर सर्वे कर स्क्रीनिंग भी की जा रही है।
संबलपुर गांव में ही डायरिया का एक नया मरीज सामने आया है। इससे पहले यहां तकरीबन दर्जनभर पीड़ित सामने आए हैं, जिनमें से दो की मौत हो चुकी है। बाकी मरीजों की हालात में सुधार बताया जा रहा है। कुछ मरीज ठीक होकर घर भी लौट गए हैं। वहीं स्वाइन लू का कोई भी नया मरीज नहीं मिला है। फिलहाल इसके तीन एक्टिव केस है।
गांवों में डायरिया के प्रकोप को देखते हुए पीएचई विभाग द्वारा यहां पीने के पानी का सैंपल लिया गया है। जांच रिपोर्ट में कुछ हानिकारक बैक्टीरिया मिलने की पुष्टि हुई है, लेकिन ये इतने खतरनाक नहीं है, यदि लोग खान-पान में सावधानी बरते और पानी का उबालकर पीए तो यह समस्या नहीं आएगी।
राजनांदगांव सीएमएचओ डॉ. एनआर नवरतन ने कहा डायरिया अब कंट्रोल में है। सभी गांवों में स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार कैंप कर जांच में जुटी हुई है। बुधवार को संबलपुर में डायरिया का एक मरीज सामने आया है। स्वाइन फ्लू का कोई मरीज नहीं मिला है।