Lok Sabha Election 2024: इस चुनाव की जीत के साथ ही डॉ. रमन का राजनीति भविष्य दमका था। माना जा रहा है कि सांसद पांडेय के दोबारा सांसद चुने जाने से अब पार्टी की ओर से महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है।
Lok Sabha Election 2024: राजनांदगांव लोक सभा सीट पर भाजपा का दुबारा परचम लहराने वाले संतोष पांडेय ने कहा कि चुनौती तो थी लेकिन जनता ने जनाधार देकर उन पर जो भरोसा जताया है उसके अनुसार अब काम होगा। पांडेय के लिए राजनांदगांव की जीत इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि उनके समक्ष कांग्रेस ने अपने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को उतारा था। बघेल कांग्रेस के पैराशूट प्रत्याशी थे जिसे भाजपा ने खूब प्रचारित किया। पांडेय ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के पास पहले से ही विकास का रोडमैप तैयार है और उन्हें केवल जनता के अनुरूप कार्य करना है।
राजनांदगांव लोकसभा में 15 प्रत्याशी मैदान में रहे। सुबह से जारी मतगणना (Lok Sabha Election 2024) देर शाम तक जारी रहा। चुनाव आयोग द्वारा खबर लिखे जाने तक अंतिम आंकड़ा जारी नहीं किया गया था। खबर लिखे जाने तक भाजपा के संतोष पांडेय को 712057 वोट प्राप्त हुए थे, जां कि कुल वोट के 49.25 फीसदी है। वहीं निकटतम प्रतिद्वंदी पूर्व सीएम भूपेश बघेल को कुल 667646 वोट प्राप्त हुए, जो कुल वोट के 46.18 फीसदी है। पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में भाजपा प्रत्याशी के जीत का अंतर कम हुआ है।
राजनांदगांव लोकसभा में भाजपा-कांग्रेस में ही सीधा मुकाबला रहा। बाकी 13 प्रत्याशी अपनी जमानत तक नहीं बचा पाए। एक प्रत्याशी को छेाड़ दें, तो बाकी सभी प्रत्याशियों को 10 हजार से कम वोट प्राप्त हुए है, जिसमें सबसे कम वोट लखन सिंह टंडन को 1056 वोट प्राप्त हुए हैं।
इस तरह किसी भी प्रत्याशी को एक प्रतिशत तक वोट नहीं मिला है। पांचवे पायदान पर नोटा को 9553 मत प्राप्त हुए हैं, तो वहीं चौथे पायदान पर बहुजन समाज पार्टी के देवीलाल सिन्हा को 9668 वोट (Lok Sabha Election 2024) प्राप्त हुए हैं। इसका मतलब साफ है कि 15 में से 4 प्रत्याशी ही ऐसे हैं, जिन्हें नोटा से अधिक वोट मिला है, बाकी 11 प्रत्याशी नोटा से पीछे हो गए हैं। यह अंतिम आंकड़ा नहीं है, इसमें फेरबदल की संभावना है।
भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी संतोष पांडेय ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के प्रत्याशी एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लगभग 44 हजार 635 के वोटों के अंतर से परास्त कर दिया। कांग्रेस (Lok Sabha Election 2024) के दिग्गज नेता कहे जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री बघेल को हराकर राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र में राजनीति का इतिहास दोहरा दिया है।
लीड की बढ़त को देखते हुए कार्यकर्ताओं ने मतगणना केन्द्र बाहर जश्न मनाना शुरू कर दिया। इस जीत के साथ पांडेय राजनांदगांव के संसदीय चुनाव के इतिहास में पहले प्रत्याशी हैं जो कि सीटिंग सांसद रहते हुए दोबारा चुनाव जीता है। वहीं पांडेय भाजपा के दूसरे प्रत्याशी बन गए जो कि एक पूर्व मुख्यमंत्री को करारी हार दी है।
दो बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री और उत्तरप्रदेश के राज्यपाल रह चुके वोरा पहली बार लोकसभा के लिए 1998 में राजनांदगांव से ही निर्वाचित हुए थे। उन्होंने भाजपा (Lok Sabha Election 2024) के अशोक शर्मा को 52 हजार से अधिक मतों से हराया था। एक वर्ष बाद 1999 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के डॉ. रमन सिंह ने उन्हें 26 हजार 725 मतों से हरा दिया। इस हार के बाद वोरा ने राजनांदगांव से कभी चुनाव नहीं लड़ा।
भाजपा की इस जीत के साथ मतदाताओं को 1999 का वह चुनाव भी याद आया जब पूर्व मुख्यमंत्री स्व. मोतीलाल वोरा को भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी रहे डॉ. रमन सिंह ने परास्त किया था। इस चुनाव की जीत के साथ ही डॉ. रमन का राजनीति भविष्य दमका था। माना जा रहा है कि सांसद पांडेय के दोबारा सांसद चुने जाने से अब पार्टी की ओर से महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है।
कृषि उपज मंडी के ठीक पीछे स्थित वेयरहाउस के गोदाम में सुबह 8 बजे से मतों की गणना शुरू हुई। मतगणना कार्य में लगे लगभग 400 कर्मचारी और अधिकारी सुबह 7 बजे से ही मतगणना स्थल में पहुंच गए थे। सबसे पहले यहां पर डाकमत पत्रों की गणना शुरू हुई। इसके बाद स्ट्रॉन्ग रूम मेें रखे गए ईवीएम को राजनीतिक दलोें (Lok Sabha Election 2024) के गणना अभिकर्ताओं की मौजूदगी में खोला गया। गिनती का दौर शुरू हुई तो शुरुआती दौर मेें कांग्रेस प्रत्याशी बघेल आगे चल रहे थे। शुरुआत राउंड में मोहला-मानपुर, कवर्धा, पंडरिया क्षेत्र से पूर्व सीएम को अच्छी लीड मिल रही थी।
तीन से चार राउंड तक यह स्थिति बन रही। कुछ देर के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं में निराशा देखने को मिल रही थी पर देखते ही देखते भाजपा प्रत्याशी पांडेय की लीड बढ़ती गई। एक-दो राउंड बीच में ऐसे आए, जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी ने अचानक अधिक वोटों की बढ़त ली पर राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र के ईवीएम के खुलने के बाद भाजपा प्रत्याशी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और लीड हजारों में बढ़ गई है। इसके साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं ने भरोसा हो गया कि अब जीत पांडेय की ही होगी।
37 दिनपहले हुए मतदान का परिणाम आ गया है। राजनांदगांव लोकसभा सीट से भाजपा को जीत हासिल हुई है। जीत के बाद जहां स्थानीय भाजपाइयों में खुशी की लहर देखी गई, वहीं कांग्रेस (Lok Sabha Election 2024) खेमे में विधानसभा चुनाव की तरह ही मायूशी छाई रही। भाजपाई जगह-जगह जीत का जश्न मनाते नजर आए। पटाखे फोड़े गए।
शहर के चौक-चौराहों से लेकर कार्यालय में भी इसका असर देखा गया। वहीं कांग्रेस के पार्टी कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा। सांसद पांडेय भाजपा कार्यालय पहुंचे और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। कार्यकर्ताओं ने फूल-मालाओं से सम्मान किया। भाजपा कार्यालय के सामने पटाखे फोड़कर खुशियां मनाई गई। यहां प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह सहित भाजपा के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
भाजपा (Lok Sabha Election 2024) से यहां सीटिंग सांसद संतोष पांडेय को मौका दिया गया था, तो वहीं कांग्रेस से पूर्व सीएम भूपेश बघेल मैदान में थे। इसके चलते राजनांदगांव सीट हाईप्रोफाइल बन गया था। प्रचार-प्रसार में दोनाें ही पार्टी द्वारा खूब पसीना बहाया गया। बड़े कद्दावर नेताओं को भी प्रचार के लिए मैदान उतारे गए थे।
बता दें कि भाजपाइयाें द्वारा एक दिन पहले ही 3 जून की शाम शहर के हृदय स्थल मानव मंदिर चौक में भाजपा प्रत्याशी संतोष पांडेय को जीत की अग्रिम बधाई देते हुए होर्डिंग्स लगा दिया गया था। हालांकि इसे अति उत्साह माना जा रहा था। हालांकि परिणाम पक्ष में आने से खुशी ही लहर दौड़ पड़ी।
मंगलवार सुबह 8 बजे से बसंतपुर स्थित कृषि उपज मंडी में कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना प्रक्रिया शुरू हुई। इस दौरान यहां सुबह से ही गहमा-गहमी का माहौल रहा। दिनभर भाजपा-कांग्रेस के पदाधिकारियों की आवाजाही भी रही। कार्यकर्ता उत्साहित होकर बैठे रहे, लेकिन दोपहर बाद जब भाजपा प्रत्याशी (Lok Sabha Election 2024) की बढ़त 40 हजार के पार पहुंची तो कांग्रेसियों में मायूसी छाने लगी। इसके बाद लगातार भाजपा प्रत्याशी बढ़त बनाते चले गए और कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल को करारी हार झेलनी पड़ी।