जिले में पिछले दो दिनों से जारी भारी बारिश ने हालात गंभीर बना दिए हैं।
भीम. जिले में पिछले दो दिनों से जारी भारी बारिश ने हालात गंभीर बना दिए हैं। भीम उपखंड क्षेत्र की कुकरखेड़ा पंचायत स्थित फूलसागर तालाब के ओवरफ्लो होने और उसकी पाल क्षतिग्रस्त होने से तालाब फूटने का खतरा मंडराने लगा। हालात को देखते हुए प्रशासन तुरंत अलर्ट मोड पर आ गया।
तालाब के नीचे बसे आधा दर्जन गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति बनने की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने शनिवार को त्वरित कार्रवाई करते हुए बरार, कुकरखेड़ा, ओडिया, मोडा काकर, आपातो का बाड़िया और गोमा का बाड़िया गांवों को खाली कराया। कुल 610 लोगों को सुरक्षित रूप से सरकारी स्कूलों, सामुदायिक भवनों और अन्य सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया।
खतरे की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अमला सक्रिय हो गया। मौके पर अतिरिक्त जिला कलक्टर नरेश बुनकर, एएसपी महेंद्र पारीक, तहसीलदार मनोज कुमार, नायब तहसीलदार पन्नासिंह रावत, डीएसपी पारस चौधरी, जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता मानसिंह, पंचायत प्रशासक ख्यालीदेवी रावत, पूर्व सरपंच घीसूलाल, पुलिस व राजस्व विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। इसके अलावा एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस टीम ने मोर्चा संभाला और गांवों में घर-घर जाकर लोगों को सतर्क किया।
प्रशासन ने तुरंत तालाब की कमजोर पाल को रेत व मिट्टी के कट्टों से मजबूत किया। साथ ही लगातार निगरानी की गई। नगरपालिका भीम, राजस्व विभाग, सिंचाई विभाग और ग्राम पंचायत के कार्मिक रातभर मौके पर डटे रहे। राहत की बात यह रही कि देर रात से बारिश का दौर थम गया, जिससे ऊपर से पानी की आवक घट गई और तालाब का बहाव कम हो गया। फिलहाल खतरा टल गया है लेकिन प्रशासन ने एहतियातन निगरानी जारी रखी है। भारी बारिश से पहले ही तालाब ओवरफ्लो हो चुका था और तीन फीट की चादर बड़ी तालाब से बह रही थी। इसके चलते स्टेट हाइवे भी जलमग्न हो गया था। फूलसागर तालाब की पाल पर दबाव बढ़ने से दरार आई और रिसाव होने लगा। प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए हालात काबू में कर लिए।